चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाने की तैयारी, मोदी सरकार जल्द करेगी ये एलान
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैन्य कर्मियों की शहादत के बाद देश में चीनी उत्पादों के खिलाफ मुहिम में तेजी आ गई है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैन्य कर्मियों की शहादत के बाद देश में चीनी उत्पादों के खिलाफ मुहिम में तेजी आ गई है। दोनों देशों के रिश्तो में आई तल्खी की आंच उच्च स्तर पर भी महसूस की जा रही है और सरकार चीनी उत्पादों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार चीनी उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने पर विचार कर रही है। हालांकि अभी इस बारे में अंतिम फैसला नहीं किया गया है मगर सरकार जल्दी ही इस दिशा में बड़ा फैसला ले सकती है।
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चीनी उत्पादों पर बढ़ेगी कस्टम ड्यूटी
जानकार सूत्रों का कहना है कि चीनी उत्पादों के आयात पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के साथ ही गैर जरूरी सामानों के आयात में कटौती की कोशिश भी की जा रही है। चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर वाणिज्य मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के बीच चर्चा शुरू हो गई है। अभी तक भारत में विदेशों से किए जाने वाले आयात का 14 फीसदी हिस्सा चीन से आयात होने वाले सामानों का होता है। चीन से जितने सामानों का आयात किया जाता है उसकी तुलना में निर्यात किए जाने वाले सामानों की हिस्सेदारी काफी कम है।
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निर्यात की तुलना में आयात काफी ज्यादा
जानकारों का कहना है कि पिछले साल अप्रैल से इय साल फरवरी के बीच भारत ने चीन से करीब 62.4 बिलियन डॉलर के सामानों का आयात किया, जबकि भारत से चीन को भेजे जाने वाले सामानों की हिस्सेदारी 15.5 बिलियन डालर ही थी। जानकार सूत्रों के मुताबिक चीन से मुख्य रूप से खिलौने, घड़ियाल, बिजली के उपकरण, रसायन, फर्नीचर, गद्दे, लोहा और इस्पात की वस्तुएं आदि सामानों का आयात किया जाता है।
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भारत ने दी चीन को आर्थिक चोट
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की नापाक हरकत के बाद उसे आर्थिक चोट पहुंचाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। भारत ने सैन्य मोर्चे पर तैयारियों के साथ ही आर्थिक मोर्चे पर भी चीन को चोट पहुंचाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस दिशा में कदम उठाया भी जा चुका है। सरकार की ओर से बीएसएनएल और एमटीएनएल को चीनी उपकरणों का इस्तेमाल कम करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इसके साथ ही 417 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक सिग्नल सिस्टम लगाने के लिए चीनी कंपनी को दिया गया ठेका रद्द किया जा चुका है। भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी से 471 करोड़ का करार किया था जिसे रद्द किया जा चुका है।
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चीनी उत्पादों के खिलाफ मुहिम छेड़ी
इस बीच व्यापारियों के बड़े संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने चीनी उत्पादों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। संगठन की ओर से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बॉलीवुड के कई दिग्गजों आमिर खान, दीपिका पादुकोण, कैटरीना कैफ और अन्य लोगों को खुला पत्र लिखकर चीनी उत्पादों का विज्ञापन बंद करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही संगठन ने अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर, माधुरी दीक्षित और शिल्पा शेट्टी सहित कई अन्य प्रमुख लोगों से चीनी उत्पादों के बहिष्कार अभियान में शामिल होने का अनुरोध किया है।
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