पाकिस्तान के खिलाफ भारत का बड़ा फैसला, एम्बेसी को लेकर किया ये एलान

सरकार ने दिल्ली में स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला लेते हुए पड़ोसी मुल्क की मुश्किलें बढ़ा दी है।

Update: 2020-06-23 15:21 GMT

नई दिल्ली: पाकिस्तानी उच्चायोग में हाल ही में दो जासूसों के मिलने के बाद अब भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान एम्बेसी में कार्यरत 50 फीसदी कर्मचारियों को मोदी सरकार वापस उनके वतन भेजने की तैयारी में हैं। यानी एम्बेसी में तैनात कर्मचारियों की संख्या कम कर दी जायेगी। बताया जा रहा है कि इसके लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायोग को तलब किया।

पाकिस्तानी उच्चायोग के 50% कर्मचारियों को वापस भेजेगा भारत

केंद्र सरकार ने राजधानी दिल्ली में स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला लेते हुए पड़ोसी मुल्क की मुश्किलें बढ़ा दी है। पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात कर्मचारियों की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर सरकार ने ये निर्णय लिया है।

पाक एम्बेसी पर आतंकियों से संबंध और जासूसी का आरोप

इस बारे में भारत ने अपनी चिंता भी व्यक्त करते हुए कहा कि पाक एम्बेसी में तैनात कर्मचारी जासूसी के कामों में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं भारत की ओऱ से ये भी कहा गया कि एम्बेसी के कर्मचारियों का आतंकवादी संगठनों से भी सम्पर्क है। ऐसे में कर्मचारियों की संख्या कम कर उन्हें पाकिस्तान वापस भेज दिया जायेगा। इस बाबत आज पाक एम्बेसी प्रभारी से विदेश मंत्रालय की बैठक की हुई।

ये भी पढ़ेँःचीन को चौतरफा घेरने की तैयारी: ऐसी बढ़ेगी सेना की शक्ति, सरकार ने उठाया ये कदम

इस्लामाबाद में भारतीय एम्बेसी से कर्मचारियों की उपस्थिति भी करेगा कम

इसके साथ ही भारत पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित भारतीय एम्बेसी से भी इसी अनुपात में अपने कर्मचारियों की उपस्थिति भी कम करेगा। बताया जा रहा है कि सरकार आगामी 7 दिनों में लागू हो जाएगा। इसकी सूचना पाकिस्तान के अधिकारियों की भी दी जा चुकी है।

31 मई को पाक उच्चायोग में मिले थे दो जासूस

गौरतलब है कि भारत सरकार का ये फैसला हाल ही में जासूसों के मिलने के बाद आया है। बता दें कि 31 मई 2020 को पाक उच्चायोग के दो कर्मचारी भारत की जासूसी करते रंगे हाथों पकड़े गए थे, जिसके बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें देश से निष्कासित कर दिया था।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें

Tags:    

Similar News