भारत का नाम रोशन कर रही ये वैज्ञानिक, कोरोना वैक्सीन बनाने में अहम भूमिका

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिट में कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की खोज के लिए जो टीम बनाई गई है, उसमें एक भारतीय मूल की भी वैज्ञानिक शामिल हैं, जिनका नाम है चंद्रबली दत्ता। दत्ता कोलकाता की जन्मी हैं और इस वक्त वैक्सीन की खोज में जुटी हुई हैं।

Update:2020-05-31 12:47 IST

नई दिल्ली: पूरी दुनिया इस वक्त चीन से फैले कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है। अब तक दुनियाभर में इस महामारी के चलते लाखों जानें जा चुकी हैं। ऐसे में इस महामारी से जल्द से जल्द निपटने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं। इस वक्त 100 से ज्यादा देश वैक्सीन बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। लेकिन अब तक किसी को सफलता हासिल नहीं हो पाई है।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की टीम में शामिल हैं भारतीय मूल की वैज्ञानिक

हालांकि कई वैज्ञानिकों का दावा है कि कोरोना वैक्सीन जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का भी यहीं कहना है। आपको बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिट में कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की खोज के लिए जो टीम बनाई गई है, उसमें एक भारतीय मूल की भी वैज्ञानिक शामिल हैं, जिनका नाम है चंद्रबली दत्ता। दत्ता कोलकाता की जन्मी हैं और इस वक्त वैक्सीन की खोज में जुटी हुई हैं।

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टीम में जगह पाकर सम्मानित महसूस कर रही हूं- दत्ता

चंद्रबली दत्ता का कहना है कि मानवता की सेवा के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के पेशेवरों की जो टीम बनाई गई है उसमें जगह पाकर काफी सम्मानित महसूस कर रही हूं। बता दें कि मूल रूप से कोलकाता की रहने वाली चंद्रबली दत्ता यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट में क्लिनिकल बायोमेनक्योरिंग फैसिलिटी में काम करती हैं। यहीं पर कोरोना वैक्सीन के ह्यूमन परीक्षण के फेज सेकेंड और थर्ड में ChAdOx1 नाम के वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।

अगर यह परीक्षण सफल रहता है तो कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में दुनिया को एक हथियार मिल जाएगा। ट्रायल सफल होने के बाद यह कोरोना वायरस का संभावित वैक्सीन भी बन सकता है।

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अगले चरण में यह काम करेगा

उन्होंने कहा कि क्वालिटी एश्योरेंस मैनेजर के रूप में काम करने का मतलब यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षण के चरण में प्रगति होने से पहले सभी स्तरों के मानकों का अनुपालन पूरा किया जाए। चंद्रबली दत्ता ने कहा कि हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि यह अगले चरण में काम करेगा, पूरी दुनिया की निगाहें इस वैक्सीन पर टिकी हैं।

वैक्सीन को सफल बनाने के लिए कर रहे घंटों मेहनत

चंद्रबली दत्ता ने कहा कि हम इस वैक्सीन को सफल बनाने के लिए हर रोज घंटों मेहनत करते हैं ताकि मानव जीवन को बचाया जा सके। यह टीम का एक बड़ा प्रयास है और सभी ने इसकी सफलता के लिए चौबीसों घंटे काम किया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं।

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