यात्री किराए में बढ़ोतरी पर रेल मंत्री ने दिया ऐसा बयान-संवेदनशील विषय...
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि भारतीय रेलवे ने 4 पैसे प्रति किलोमीटर किराए में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी से रेलवे को सालभर में होने वाले 55,000 करोड़ रुपये के नुकसान की सिर्फ 5 फीसदी राहत मिल पाएगी।
नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि भारतीय रेलवे ने 4 पैसे प्रति किलोमीटर किराए में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी से रेलवे को सालभर में होने वाले 55,000 करोड़ रुपये के नुकसान की सिर्फ 5 फीसदी राहत मिल पाएगी।
यह पढ़ें....भारत को ‘इंडिया’ क्यों कहा जाता है, आखिर किसने दिया ये नाम
संवेदनशील विषय
रेलवे ने इस साल एक जनवरी से यात्री किराए में बढ़ोतरी की है। गोयल ने प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहा, जैसा कि 2004 में यात्री सेवाओं पर 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान था, वर्तमान समय में यह पूरे देश में प्रदान की जाने वाली यात्री सेवाओं पर बढ़कर लगभग 55,000 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि, यात्री किराया वृद्धि एक बहुत ही संवेदनशील विषय है... लेकिन किराए में बहुत कम वृद्धि की गई है।
मामूली वृद्धि
उन्होंने कहा कि उपनगरीय सेवाओं में किराए में कोई वृद्धि नहीं हुई है। गैर-उपनगरीय सेवाओं के मामले में, प्रति किमी एक पैसे की मामूली वृद्धि की गई है और मेल एएमडी एक्सप्रेस ट्रेनों में गैर-एसी और एसी क्लास के मामले में, किराया दो पैसे और चार पैसे प्रति किमी बढ़ाया गया है।
सौ फीसदी विद्युतीकरण
पीयूष गोयल ने कहा कि अगले चार से पांच साल में भारतीय रेलवे का सौ फीसदी विद्युतीकरण हो जाएगा। इसके साथ ही इस तरह का यह दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क होगा। गोयल ने यह बात बृहस्पतिवार को आठवें वैश्विक ऊर्जा नीति सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि रेलवे तेजी से अपने पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण कर रहा है।कहा कि अभी रेलवे के कुल नेटवर्क का 55 फीसदी संचालन बिजली से हो रहा है। अगले चार से पांच साल में इसके सौ फीसदी बिजली से संचालन होने की उम्मीद है, जो कि दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा नेटवर्क होगा।
यह पढ़ें....5 बूढ़ी एक्ट्रेस: अभी भी हैं कुंवारी, दिखती हैं ऐसे कि हो जाएंगे हैरान
इसके साथ ही गोयल ने कहा कि सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की है। बिजली उत्पादन करने वाली सभी कंपनियां इस क्षेत्र में आने वाले सभी नए निवेशों के लिए 15 प्रतिशत की निम्न आयकर दर के लिए योग्य होंगी। 2030 तक रेलवे 20 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन में निवेश करेगा। उन्होंने कहा कि यह अन्य देशों को भी संदेश देगा कि वे भी विद्युतीकरण को अपनाने पर विचार करें।