Indian Railway New Trains: ट्रेन यात्रा में बड़े बदलाव, जनरल डिब्बे, ऑटोमैटिक दरवाजे, जनता ट्रेन और भी बहुत कुछ

Indian Railway New Trains: पहली बार भारतीय रेलवे बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के गरीब यात्रियों के लोगों के लिए स्थायी आधार पर दर्जनों विशेष ट्रेनें शुरू करने पर काम कर रही है।

Update:2023-07-20 10:15 IST
Indian Railway New Trains (Photo - Social Media)

Indian Railway New Trains: भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए बड़े बदलाव की तैयारी में है और इस बार अब जनरल और स्लीपर डिब्बों के जनता यात्रियों की सुधि आई है। खासकर बिहार, यूपी, झारखंड, छत्तीसगढ़, बंगाल जैसे राज्यों के जनता यात्रियों के लिए जो जनरल डिब्बों में बोरों की तरह ठुंसे रहते हैं। इस तरह की कम से कम 25 ट्रेनें चलाई जाएंगी।

स्थायी स्पेशल ट्रेनें

पहली बार भारतीय रेलवे बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के गरीब यात्रियों के लोगों के लिए स्थायी आधार पर दर्जनों विशेष ट्रेनें शुरू करने पर काम कर रही है। इन राज्यों से बड़ी तादाद में लोग रोजी रोटी कमाने के लिए दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू, चेन्नई जैसे देश के विभिन्न मेट्रो शहरों की यात्रा करते हैं। हालांकि दशकों से ये खुली सच्चाई है फिर भी रेलवे ने अब अपने एक अध्ययन में पाया है कि यूपी, बिहार जैसे कुछ खास राज्यों से बड़े मेट्रो शहरों के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों में निम्न आय वर्ग के लोगों की संख्या सबसे अधिक दर्ज की गई।

क्या क्या होगा

- गर्मियों और त्योहारों पर जो स्पेशल ट्रेनें चलाई जातीं हैं, अब उन्हें स्थायी कर दिया जाएगा।

- रेलवे बोर्ड के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, पंजाब, असम, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए नई विशेष ट्रेनों की योजना है।

- ऐसी नए ट्रेन सेट चलाये जाएंगे जिनमें सिर्फ जनरल और स्लीपर क्लास के एलएचबी कोच होंगे। इनमें एसी डिब्बे नहीं होंगे।

- एलएचबी ट्रेन में दो लगेज, गार्ड और दिव्यांग कोचों के साथ-साथ 8 जनरल कोच और 12 थ्री टियर स्लीपर कोच शामिल करने की योजना है। सभी कोच नॉन-एसी होंगे।

- नई ट्रेन के इंजनों का निर्माण पश्चिम बंगाल स्थित चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (सीएलडब्ल्यू) में किया जा रहा है, जबकि ट्रेन के डिब्बों का उत्पादन चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में किया जाएगा।

- नई ट्रेन के प्रोटोटाइप का इस साल के अंत तक अनावरण होने की उम्मीद है। वैसे, रेलवे बोर्ड ने अक्टूबर का लक्ष्य निर्धारित किया है।

- नई जनरल - स्लीपर ट्रेनें चिन्हित राज्यों और विभिन्न मेट्रो शहरों के बीच पेश चलाई जाएंगी। यानी उन रूटों पर जो निम्न आय वर्ग के अधिकांश लोगों के लिए सामान्य गंतव्य हैं।

- इन ट्रेनों का किराया भी किफायती होगा।

- ऐसी ट्रेनों के पूरे रेक एलएचबी कोच के होंगे।

- नई ट्रेनें जनवरी 2024 से लांच किए जाने की उम्मीद है।

- नई ट्रेनों में कम से कम 22 और अधिकतम 26 डिब्बे होंगे।

- सभी नई ट्रेनों में दो इंजन लगाए जाएंगे। एक आगे और एक पीछे। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी और इंजन बदलने का मसला खत्म होगा।

- रेलवे ने ये भी तय किया है कि अब भारतीय रेलवे में सिर्फ दो तरह के डिब्बे इस्तेमाल किये जायेंगे - एलएचबी कोच और वंदे भारत कोच।

- ये भी तय हुआ है कि अबसे समस्त ट्रेनों में ऑटोमैटिक दरवाजे होंगे।

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