पाकिस्तानी सुरंगों का खुलासा: सीमा पर हो रहा ये काम, ऐसे हो रहा हथियारों का व्यापार

जम्मू-कश्मीर में इस साल यानी 2020 में अभी तक 100 से ज्यादा आतंकी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। इन आतंकी घटनाओं में 44 से ज्यादा भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। वहीं घाटी के 31 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

Update: 2020-09-02 12:23 GMT
जम्मू-कश्मीर में इस साल यानी 2020 में अभी तक 100 से ज्यादा आतंकी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। इन आतंकी घटनाओं में 44 से ज्यादा भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। वहीं घाटी के 31 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में इस साल यानी 2020 में अभी तक 100 से ज्यादा आतंकी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। इन आतंकी घटनाओं में 44 से ज्यादा भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। वहीं घाटी के 31 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। लेकिन इन घटनाओं में भारतीय सेना के जवानों ने 170 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतारा है। ऐसे में मसला ये उठता है कि आखिर में इन आतंकियों को ये हथियार भारतीय सीमा के अंदर कैसे मिल जाते हैं। कौन इन हथियारों को पाकिस्तान पहुंचाता है। पाकिस्तान इन हथियारों की स्मगलिंग करावाता है। तो चलिए बताते हैं, पाकिस्तान इतनी बड़ी मात्रा में स्मगलिंग किस तरह कराता है।

ये भी पढ़े... धरती से टकराएगा: तेजी से आ रहा ये विशाल एस्टेरॉयड, वैज्ञानिकों ने जारी की चेतावनी

हथियारों को डंप

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का भारतीय बॉर्डर नियंत्रण रेखा के पास हथियारों को डंप करता है। यानी इन हथियारों को वो किसी खास जगह पर छिपा देता है। जहां से बॉर्डर पार करके काम करने वाले मजदूर उनकी स्मगलिंग करते हैं। इस बात की पुष्टि भारतीय सेना ने मंगलवार को की है।

सीमा से ये जानकारी भारतीय सेना को उस समय मिली, जब भारतीय सेना ने आतंकियों के दो ठिकानों का खुलासा किया। ये आतंकी ठिकाने बारामूला जिले में एलओसी के पास थे। यहां से भारतीय सेना ने भारी मात्रा में हथियारों का पिटारा बरामद किया गया है। इन हथियारों को नदियों और सुरंगों के सहारे बॉर्डर पार कराया जाता है

फोटो- सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...कांपेंगें चीनी सैनिक: आ गए देश के ताकतवर जवान, अब नहीं बचेगा कोई दुश्मन

लगातार बढ़ रही गतिविधियों पर नजर

इस मामले में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया था कि बारामूला के रामपुर सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के पास 30 अगस्त को कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई थीं। इसके बाद भारतीय सेना ने उस इलाके में अपनी निगरानी बढ़ा दी। भारतीय सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के पास के गांव में लगातार बढ़ रही गतिविधियों पर नजर रखी।

ऐसे में उस गांव में दिखाई पड़ा कि कुछ लोग सीमा पार करके आए हैं। 31 अगस्त की सुबह 5 बजे एक खोजबीन अभियान चलाया गया। 7 घंटे की तलाश के बाद आतंकियों के दो ठिकानों से भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा मिला।

ये भी पढ़ें...कांप उठा वृंदावन: पाकिस्तानी ने विदेशी युवती के साथ की हैवानियत, सामने आया सच

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News