Chhath Puja: छठ गाइडलाइन पर झारखंड सरकार का यू-टर्न, अब दिया ये निर्देश

झारखंड में छठ महापर्व के गाइडलाइन को लेकर सरकार चारों ओर से घिरती नज़र आ रही है। खुद सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस और राजद ने सरकारी दिशा-निर्देशों में परिवर्तन की मांग की है। प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा इसे लेकर सरकार पर हमलावर है।

Update: 2020-11-18 04:18 GMT
Chhath Puja: छठ गाइडलाइन पर झारखंड सरकार का यू-टर्न, अब दिया ये निर्देश

झारखंड में छठ महापर्व के गाइडलाइन को लेकर सरकार चारों ओर से घिरती नज़र आ रही है। खुद सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस और राजद ने सरकारी दिशा-निर्देशों में परिवर्तन की मांग की है। प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा इसे लेकर सरकार पर हमलावर है। लिहाज़ा, सरकार ने यू टर्न लेते हुए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ छठ करने की अनुमति दे दी है। ऐसे में अब छठ घाटों पर श्रद्धालु जा सकेंगे और अस्ताचलगामी सूर्य और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे। गाइडलाइन में बदलाव को भाजपा अपनी जीत के तौर पर देख रही है।

दिनभरी चली बैठक के बाद फैसला

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हुई। बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने सीएम से आग्रह किया कि, जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन में संशोधन किया जाए जिसे मान लिया गया। लिहाज़ा, अब छह फीट की दूरी और मास्क लगाकर छठ घाट पर जाया जा सकेगा। हालांकि, अबभी छठ घाटों के नज़दीक किसी प्रकार का कोई स्टॉल नहीं लगेगा। पटाखे और आतिशबाज़ी पर रोक जारी रहेगी। महापर्व के दौरान किसी प्रकार का कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा। ऐसा करने पर आईपीसी की धारा 188 और आपदा प्रबंधन की धारा 51 एवं 60 के तहत कार्रवाई होगी।

मुख्यमंत्री ने भाजपा को दी नसीहत

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने वक्तव्य में कहा है कि, कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। जबतक दवाई नहीं तबतक ढिलाई नहीं के संदेश पर अमल करना होगा। हालांकि, भाजपा के लोग इसी ढिलाई की मांग कर रहे हैं। विपक्ष ने आस्था के इस महापर्व को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। सीएम ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि, अधिक से अधिक लोग अपने घरों में ही छठ महापर्व करें।

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भाजपा ने बताया अपनी जीत

छठ गाइडलाइन में संशोधन को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने जनभावनाओं की जीत बताया है। उन्होने कहा कि, तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के ख़िलाफ़ जीत मिली है। हेमंत सोरेन सरकार की ग़लत नीतियों के विरुद्ध जीत मिली है। राज्य सरकार जनविरोधी नीतियों को थोपने में लगी है। हालांकि, व्यापक जनविरोध के बाद सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा है। भाजपा सरकार के काले फैसलों के ख़िलाफ़ आंदोलन करती रहेगी। दुर्गा पूजा के दौरान भी सरकार की गाइडलाइन आपत्तिजनक थी।

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सहयोगी दलों का था दबाव

छठ गाइडलाइन में बदलाव का दबाव केवल विपक्ष का नहीं था बल्कि, सत्ताधारी झामुमो, कांग्रेस और राजद ने संशोधन की मांग की थी। झामुमो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंप कर गाइडलाइन में परिवर्तन की मांग की थी। कांग्रेस ने भी सरकार से जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए संशोधन का आग्रह किया था। राजद की ओर से भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने सीएम से महापर्व को लेकर जारी दिशा-निर्देशों में ढिलाई देने की मांग की थी। हालांकि, भाजपा इसे राजनीतिक रंग में कामयाब रही। पार्टी की ओर से राज्यव्यापी आंदोलन चलाया गया।

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शाहनवाज़ की रिपोर्ट

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