बेंगलुरू : कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरू के केंद्रीय कारागार में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का पदार्फाश करने वाली उप महानिरीक्षक, कारागार (डीआईजी) डी. रूपा का सोमवार को तबादला कर दिया। रूपा ने आरोप लगाया था कि इस जेल में बंद ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) नेता वी.के. शशिकला को अधिकारियों को दी गई रिश्वत के बदले में विशेष सुविधा मिल रही है।
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सरकार ने पुलिस महानिदेशक (कारागार) एच. एन सत्यनारायण राव का भी बगैर कोई नया पद दिए तबादला कर दिया है। वह इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। शशिकला को कथित विशेष सुविधाएं देने के मामले में रूपा और राव के बीच सार्वजनिक रूप से टकराव देखा गया था।
राज्य के कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 'भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी (2000 बैच) की डी. रूपा को तत्काल प्रभाव से तबादला किया जाता है।'
डी. रूपा को ए.एस.एन मूर्ति के स्थान पर अगले आदेश तक बेंगलुरू यातायात व सड़क सुरक्षा आयुक्त तथा उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के रूप में स्थानांतरित किया गया है।
ए.एस.एन मूर्ति अब बेंगलुरू में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, वन्य शाखा के रूप में कार्य करेंगे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो (एसीबी) बेंगलुरु आईपीएस एन.एस मेघारिख का तबादला कर उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कारा, के पद पर तैनात किया गया है। वह सत्यनारायाण राव की जगह लेंगे।
रूपा और राव के अलावा, पुलिस महानिदेशक (खुफिया विभाग) एम. एन. रेड्डी को मेघारिख के स्थान पर भ्रष्टाचार-रोधी ब्यूरो (एसीबी) के डीजीपी के रूप में स्थानांतरित किया गया है। अमित पॉल, आईजीपी, खुफिया विभाग को बेंगलुरू के खुफिया विभाग में डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
राव और रूपा का तबादला सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी विनय कुमार की अध्यक्षता वाली एक सदस्यीय जांच समिति द्वारा शहर के केंद्रीय कारागार में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों की जांच शुरू करने के दिन ही किया गया है।