जम्मू-कश्मीर में रमज़ान की 27वीं रात के दौरान मनाई गई शब-ए-कद्र

श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में शनिवार रात को रमज़ान की 27वीं रात के दौरान बड़ी संख्या में लोग इबादत करने के लिए पहुंचे।

Update: 2019-06-02 08:33 GMT

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में घाटी और अन्य हिस्सों में पूरे धार्मिक उत्साह के साथ शब-ए-कद्र (अहमियत वाली रात) मनाई गई। इस दौरान लोगों ने मस्जिदों का रुख कर रातभर अल्लाह की इबादत की और अपने गुनाहों की माफी मांगी।

श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में शनिवार रात को रमज़ान की 27वीं रात के दौरान बड़ी संख्या में लोग इबादत करने के लिए पहुंचे।

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गौरतलब है कि इस्लामी मान्यताओं के मुताबिक, शब-ए-क़द्र की तारीख तय नहीं है क्योंकि यह रमज़ान के आखिरी 10 दिनों में, यानी 21, 23, 25, 27 या 29 वीं रात में से एक में हो सकती है।

शब-ए-कद्र की रात को लोग नमाज पढ़ते हैं, कुरान की तिलावत (पढ़ना) करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। इन रातों में इबादत करने का सबाब (पुण्य) कई साल की इबादत करने जितना होता है।

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नौहट्टा इलाके में स्थित जामिया मस्जिद के अलावा समुदाय के लोगों ने दस्त-ए-गीर साहिब और सैयद याकूब शाह की दरगाहों का भी रुख किया।

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