हिंसक हुआ आंदोलन: भिड़े किसान और पुलिस, बॉर्डर पर दनादन चली लाठियां

बॉर्डर पर आज किसान आंदोलन हिंसक झड़प में बदल गया। युवाओं ने हरियाणा पुलिस (Haryana Police) द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जबरन सैकड़ों ट्रेक्टर और ट्रॉलियों को हरियाणा बॉर्डर में लेते गए। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

Update: 2020-12-31 11:32 GMT
हिंसक हुआ आंदोलन: भिड़े किसान और पुलिस, बॉर्डर पर दनादन चली लाठियां

अलवर: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ बीते एक महीने से किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच राजस्थान और हरियाणा बॉर्डर (Haryana-Rajasthan border) पर आज किसान आंदोलन हिंसक झड़प में बदल गया। मिली जानकारी के मुताबिक, बॉर्डर पर जिले के शाहजहांपुर में जारी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे श्रीगंगानगर से आये युवाओं ने हरियाणा पुलिस (Haryana Police) द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जबरन सैकड़ों ट्रेक्टर और ट्रॉलियों को हरियाणा बॉर्डर में लेते गए।

किसानों और पुलिस के बीच झड़प

आंदोलन में शामिल युवाओं के हिंसक होने से हरियाणा पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद आंदोलनकारियों को काबू में करने के लिए हरियाणा पुलिस (Haryana Police) को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज के चलते कई किसान घायल हो गए। इसके अलावा तीन दर्जन से भी ज्यादा किसानों को पुलिस द्वारा हिरासत (Custody) में ले लिया गया है।

यह भी पढ़ें:बदली IRCTC की वेबसाइट: पेज पर होंगी ये सुविधाएं, आसानी से बुक करें ट्रेन टिकट

युवाओं ने तैयार की थी रणनीति

जानकारी के मुताबिक, शांतिपूर्ण जारी किसान आंदोलन के दौरान आज कुछ युवाओं ने एकजुट होकर एक योजना तैयार की। इस योजना के तहत उन्होंने हरियाणा बॉर्डर (Haryana Border) पर लगे बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जबरन सैकड़ों ट्रेक्टर और ट्रॉलियों को हरियाणा की सीमा में प्रवेश करा दिया। इसके बाद जब पुलिस ने ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की तो किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प (Clash Between Police And Farmers) हो गई।

यह भी पढ़ें: 225 आतंकियों की मौत: मारे गए 46 टॉप आतंकी कमांडर, साल की सबसे बड़ी कामयाबी

40 किसानों को लिया गया हिरासत में

बाद में स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया। इससे राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर अफरा तफरी मच गई। इसके बाद राजस्थान और हरियाणा पुलिस प्रशासन ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। फिर किसान नेताओं ने भी शांति बनाये रखने की अपील की। फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है। बता दें कि बैरिकेड्स तोड़ने और राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में करीब तीस से चालीस किसानों को हिरासत में ले लिया है।

यह भी पढ़ें: दहशत में राजस्थानवासी: मंडराया खतरा, कोरोना के बाद दस्तक दे रही ये बीमारी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News