अरबपति किसानों से भरी है देश की संसद, 20 मंत्री भी करोड़पति किसान
लोकसभा में बैठने वाले नेताओं में 216 ऐसे हैं जिन्होंने दावा कर रखा है कि उनका पेशा खेती और किसानी है। केंद्र की भाजपा सरकार में रकबा यानी खेतों के आकार के आधार पर सबसे बड़े किसान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हैं जबकि संपत्ति के आधार पर सबसे बड़े किसान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं।
अखिलेश तिवारी
नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान किसानों की बड़ी गाड़ियों और सुविधाओं को लेकर सवाल उठे । लेकिन चौंकाने वाली जानकारी संसद से आ रही है।संसद के निचले सदन लोकसभा में खुद को किसान बताने वालों की संख्या 40.14 फ़ीसदी है। लोकसभा में बैठने वाले नेताओं में 216 ऐसे हैं जिन्होंने दावा कर रखा है कि उनका पेशा खेती और किसानी है। केंद्र की भाजपा सरकार में रकबा यानी खेतों के आकार के आधार पर सबसे बड़े किसान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हैं जबकि संपत्ति के आधार पर सबसे बड़े किसान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। मोदी मंत्रिमंडल के 20 नेता ऐसे हैं जिन्होंने कृषि को अपना व्यवसाय बताया है। भाजपा के 46फीसदी और कांग्रेस के 25 फ़ीसदी सांसद किसान होने का दावा कर रहे हैं।
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देश के सांसदों का ब्यौरा जारी
दिलचस्प यह भी है कि लोकसभा के 40 फ़ीसदी सांसद अपने को किसान बता रहे हैं और इनमें 92 फ़ीसदी करोड़पति हैं जो हर साल खेती से ही लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं। ग़ौरतलब है कि खेती से प्राप्त होने वाली आमदनी पर इस पर कोई कर नहीं हैं।
देश के सबसे अमीर सांसद तेलुगू देशम पार्टी के जयदेव गल्ला हैं , जिनकी कुल संपत्ति 305 करोड़ 15लाख है। दूसरे नंबर पर वाईएसआर कांग्रेस के अदल प्रभाकर रेड्डी हैं जिनकी संपत्ति 221 करोड़ 17 लाख है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पुत्रवधू हरसिमरत कौर बादल की संपत्ति भी 217 करोड़ 99 लाख है।
लोकसभा सदस्यों ने चुनाव लड़ने के लिए जो हलफनामा दाखिल क्या है उसमें उनके किसान होने का पर्याय सुबूत मौजूद है। निष्पक्ष एवं स्वच्छ चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने वाली संस्था एडीआर- एशियन डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने नामांकन पत्र के साथ दिए गए शपथ पत्र के आधार पर देश के सांसदों का ब्यौरा जारी किया है।
केंद्र की मोदी सरकार में कुल 53 मंत्री हैं , इनमें 21 कैबिनेट और 32 राज्य मंत्री हैं। 21 कैबिनेट मंत्रियों में सात मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने व्यवसाय के तौर पर अपने को किसान बताया है । इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , नितिन गडकरी , राजनाथ सिंह , सदानंद गौड़ा अर्जुन मुंडा , मुख्तार अब्बास नकवी और महेंद्र नाथ पांडे शामिल हैं।
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गृह मंत्री अमित शाह ने संपत्ति के मामले में इन्हें पीछे छोड़
कृषि भूमि के आधार पर सबसे बड़े किसान केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी हैं , जिनके पास 12.28 हेक्टेयर कृषि जमीन है। उनकी कुल संपत्ति 18.79 करोड़ रुपए है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संपत्ति के मामले में नितिन गडकरी को पीछे छोड़ दिया है , उनकी निजी संपत्ति 40.32 करोड रुपए है । इनके पास खेती से संबंधित जमीन 4.8 हेक्टेयर है।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा के पास 5.58 हेक्टेयर जमीन है, जबकि संपत्ति 20.93 करोड़ रुपये है । अर्जुन मुंडा के पास 3.56 हेक्टेयर जमीन है जबकि उनकी कुल संपत्ति 9.15 करोड़ रूपये की है । केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के पास भी 5.77 हेक्टेयर जमीन और कुल संपत्ति 6.63 करोड़ रूपये की है । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पास 4.75 हेक्टेयर जमीन और संपत्ति 5.14 करोड़ रूपये की संपत्ति है।
नित्यानंद राय के पास
मोदी सरकार के 32 राज्य मंत्रियों में 13 ने खुद को किसान बताया है । इनमें खेती योग्य जमीन के मामले में नंबर वन पर पहलाद पटेल हैं , जिनके पास 32.22 हेक्टेयर जमीन है । लेकिन उनकी संपत्ति कुल 4.32 करोड़ रूपये है ।
सबसे अमीर राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह है , जिनकी संपत्ति 42. 09 करोड़ रूपये और खेती योग्य जमीन 26.90 हेक्टेयर है। रावसाहेब दानवे के पास 28.09 हेक्टेयर जमीन और कुल संपत्ति 22.95 करोड़ रूपये की है । नित्यानंद राय के पास 5.67 हेक्टेयर जमीन और संपत्ति 18.7 करोड़ रूपये की है । संतोष गंगवार के पास 9.1 हेक्टेयर जमीन है जबकि संपत्ति 12.63 करोड़ रूपये की है।
इतनी है जी. किशन रेड्डी की संपत्ति
जी. किशन रेड्डी के पास 0 .13 हेक्टेयर जमीन और संपत्ति 8.14 करोड़ रूपये की है । संजय धोत्र के पास 19.88 हेक्टेयर जमीन और संपत्ति 7.71 करोड़ की है । मनसुख मंडाविया के पास 3.05 एकड़ जमीन है, जबकि संपत्ति 2.78 करोड़ रूपये की है। रेणुका सिंह सरुता के पास 9.63 हेक्टेयर जमीन तथा संपत्ति 2.76 करोड़ रूपये की है।
फग्गन सिंह कुलस्ते के पास 17.71 हेक्टेयर जमीन एवं संपत्ति 2.67 करोड़ रूपये की है ।अर्जुन राम मेघवाल के पास 4.86 हेक्टेयर जमीन व संपत्ति 2.35 करोड़ रुपये की है । संजीव बलयान के पास 0.24 हेक्टेयर जमीन है। जबकि उनकी कुल संपत्ति 1.57 करोड़ रूपये बैठती है।
कैलाश चौधरी ने अपनी जमीन का विवरण नहीं दिया है । लेकिन उनके पास संपत्ति ₹24लाख की ही है। अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी ने अपनी पत्नी को किसान बताया है । लेकिन कैलाश चौधरी और उनकी पत्नी के पास खेती की जमीन का कोई विवरण नहीं दिया गया है।
एक और अन्नाद्रमुक का इकलौता सांसद भी किसान
सांसदों को खेती करना खूब रास आता है क्योंकि राजनीति और खेती ही ऐसा व्यवसाय है , जो एक साथ किया जा सकता है । यही वजह है कि भाजपा के 302 सांसद में 139 यानी 46 फ़ीसदी सांसद किसान हैं । जबकि कांग्रेस के 51 सांसदों में 13 सांसद और शिवसेना के अट्ठारह में 11 सांसद ही किसान हैं।
डीएमके यानी द्रमुक के 24 सांसदों में 10, जदयू के 16 में से 7, वाईएसआर कांग्रेस के 21 में छह , टीआरएस के 9 में 5, बसपा के 10 में 5, लोजपा के छह में चार, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के पांच में तीन , समाजवादी पार्टी के पांच में तीन, अकाली दल के सभी दो सांसद, बीजू जनता दल के 12 सांसदों में दो, तृणमूल कांग्रेस के 22 सांसदों में एक और अन्नाद्रमुक का इकलौता सांसद भी किसान है।
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