Kolkata Doctor Murder Case: सुनवाई के पहले दिन SC का डॉक्टरों के हित में बड़ा फैसला, नेशनल टास्क फोर्स गठन का ऐलान

सुनवाई के पहले दिन SC का डॉक्टरों के हित में बड़ा फैसला, नेशनल टास्क फोर्स गठन का ऐलान। Kolkata Doctor Murder Case। Newstrack News

Update: 2024-08-20 07:05 GMT

Kolkata Doctor Murder Case (सोशल मीडिया) 

Kolkata Doctor Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से रेप-हत्या के मामले में जहां पूरे देश में लोगों के बीच रोष उत्पन्न है। देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर हैं। मंगलवार को ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म-हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई शुरू हो गई। शीर्ष अदालत ने जूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या और अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले पर स्वत:संज्ञान लिया है। मामला मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष लगा, जिसमें न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल हैं। मामले पर सुनवाई करते हुए बेंच ने पहले दिन ही बड़ा आदेश दे दिया। डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स बनाने का ऐलान किया है। साथ ही, सुनवाई के दौरान बेंच डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने की अपील की। कोर्ट अब अगली सुनवाई 22 अगस्त को करेगा।

'हम डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित'

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश हुए वकील को आरजी कर अस्पताल-मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी और डॉक्टरों के प्रदर्शन स्थल में हुई तोड़फाड़ की घटना पर कड़ी फटकार लगाई। सीजेआई ने कहा कि ये सिर्फ एक मर्डर का मामला नहीं है। हमें डॉक्टरों की सुरक्षा की चिंता है। महिलाएं सुरक्षा से वंचित हो रही हैं। आखिर ऐसे हालात में डॉक्टर कैसे काम करेंगे। हमने देखा है कि उनके लिए कई जगहों पर रेस्ट रूम तक नहीं होते।

नेशनल टास्क फोर्स बनाने का किया ऐलान

सुप्रीम कोर्ट पीड़िता की पहचान उजागर होने पर भी नाराजगी जाहिक की। बेंच ने कहा कि यह घटना दुखद है। हम इस घटना की जांच के लिए नेशनल टास्क फोर्स बनाने जा रहे हैं। यह टास्क फोर्स कोर्ट की निगरानी में काम करेगी। इस टॉस्क फोर्स में कई डॉक्टर शामिल होंगे जो पूरे भारत में अपनाए जाने वाले सुरक्षा के तौर-तरीकों का सुझाव देंगे, ताकि काम की सुरक्षा की स्थिति बनी रहे और डॉक्टर अपने आप को सुरक्षित रखें। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सीबीआई से स्टेटस रिपोर्ट भी तलब की। इस सुनवाई के दौरा कोर्ट ने बंगाल सरकार के वकील से कड़े लहजे में कोई सवाल पूछे जैसे अस्पताल में 7000 हजार की भीड़ कैसे घुसी, पुलिस क्या कर रही थी, पीड़ित परिवार को बॉडी नहीं देखना दिया गया इत्यादि।

SC ने हड़ताल खत्म करने की अपील

कोर्ट ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म कर काम पर लौटी की अपील की। सीजेआई ने कहा कि हम डॉक्टरों से आग्रह करते हैं कि काम पर लौटें। हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां हैं. हम इसे हाईकोर्ट के लिए नहीं छोडे़ंगे। ये बड़ा राष्ट्रहित का मामला है। आप हम पर भरोसा करें। डॉक्टर्स की हड़ताल पर कोर्ट ने कहा कि इस बात को समझें कि पूरे देश का हेल्थ केयर सिस्टम उनके पास है, इसलिए आप हड़ताल वापस ले लें, ताकि मरीजों को परेशनियों का सामना न करना पड़े।

केंद्र ने कहा, घटना को हल्के में न लिया जाए

केंद्र सरकार की ओर से पेश वकील सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत से आग्रह किया कि कोलकाता की इस घटना को हल्के में न लिया जाए। उन्होंने कहा, इसे हल्के में नहीं समझना चाहिए. हम एक युवा डॉक्टर के साथ एक यौन विकृत व्यक्ति द्वारा बलात्कार की घटना से निपट रहे हैं, लेकिन इसमें एक पशु जैसी प्रवृत्ति भी थी। मैं इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहता। माता-पिता को 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा है।

सीबीआई से मांग स्टेट्स रिपोर्ट

इस मामले पर कोर्ट ने सीबीआई से अब तक की जांच की स्टेटस रिपोर्ट मांग की है। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार तक सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट तलब करने का समय दिया। साथ ही, सीबीआई को ये भी आदेश दिया कि मामला संगीन है तो स्टेटस रिपोर्ट सीधे मुझे दी जाए। सीबीआई कोर्ट को यह जानकारी दे कि अब तक उसने इस मामले में क्या क्या कदम उठाए हैं जांच कहां तक पहुंचे।

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