Lalu Prasad Yadav: 4 महीने बाद आज वापस भारत आ रहे हैं लालू यादव, बेटी ने एयरपोर्ट पर दी विदाई
Lalu Prasad Yadav: पिछले 4 महीने से आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव सिंगापुर में थे। उनके आने की जानकारी उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर दी है।
Lalu Prasad Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट के सफल ऑपरेशन के बाद आज वापस भारत लौट रहे हैं। पिछले 4 महीने से आरजेडी सुप्रीमो सिंगापुर में थे। उनके आने की जानकारी उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर दी है। रोहिणी ने एक के बाद एक कई ट्वीट लालू यादव के शनिवार को दिल्ली आने की पुष्टि की। लालू यादव ने इंडिया वाली फ्लाइट पकड़ ली। बेटी रोहिणी आचार्य ने सिंगापुर एयरपोर्ट पर विदाई दी।
बेटी रोहिणी ने ट्वीट कर दी जानकारी
सिंगापुर में अपने परिवार के साथ रहने वाली रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा, आप सबसे एक जरूरी बात कहनी है. यह जरूरी बात हम सबों के नेता आदरणीय लालू जी के स्वास्थ्य को लेकर है। 11 फरवरी को पापा सिंगापुर से भारत जा रहे हैं। मैं एक बेटी के तौर पर अपना फर्ज अदा कर रही हूँ। पापा को स्वस्थ्य कर आप सब के बीच भेज रही हूँ.. अब आप लोग पापा का ख्याल रखियेगा। इस ट्वीट के साथ उन्होंने पिता और बेटे के साथ खुद की तस्वीर भी पोस्ट की है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील की
अपने एक अन्य ट्वीट में रोहिणी राजद के समर्थकों से लालू यादव से मिलने के दौरान सावधानी बरतने की अपील करती नजर आ रही हैं। वो ट्वीट कर लिखती हैं - आप सबसे एक जरूरी बात कहनी है. यह जरूरी बात हम सबों के नेता आदरणीय लालू जी के स्वास्थ्य को लेकर है। चिकित्सकों ने कहा है कि पापा को इंफेक्शन से बचाना होगा। ज्यादा लोगों से मिलने को लेकर चिकित्सकों ने मना किया है।
चिकित्सकों ने कहा है कि यदि किसी से मिलना भी है तो सबको मास्क पहन कर मिलना है। पापा भी जब किसी से मिले तो मास्क पहन लें। ऐसा डॉक्टरों ने सलाह दी है।
बता दें कि लालू प्रसाद यादव अक्टूबर में किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन के लिए सिंगापुर गए थे। सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में 5 दिसंबर को लालू यादव और रोहिणी आचार्या का ऑपरेशन किया गया था। रोहिणी के पूरे परिवार ने लालू के स्वस्थ होने में काफी रिस्क लिया है। अब दोनों स्वस्थ हैं। रोहिणी ने अपने पिता और राजद सुप्रीमो को किडनी डोनेट कर एक नई जिंदगी है। लालू प्रसाद के वापस बिहार आने से निश्चित तौर पर राज्य की सियासत में हलचल बढ़ेगी।