गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा जल्द लाया जाएगा भारत, अजरबैजान में हुआ था अरेस्ट, सिद्धू मूसेवाला मर्डर के खोलेगा राज?
Sidhu Moose Wala Murder Case: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन बिश्नोई को जल्द ही भारत लाने की तैयारी है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद वह नकली पासपोर्ट पर विदेश फरार हो गया था।
Sidhu Moose Wala Murder Case: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या पिछले साल 29 मई को पंजाब में हुई थी। इस मामले में सुरक्षा एजेंसियां को बुधवार (26 जुलाई) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड और लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) के भांजे सचिन बिश्नोई (Sachin Bishnoi) को जल्द भारत लाया जाएगा।
सचिन बिश्नोई को मूसेवाला हत्याकांड के चंद महीने बाद यानी अगस्त 2022 में अजरबैजान में गिरफ्तार कर लिया गया था। जांच एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने की जानकारी सचिन को भी पहले से थी। सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में सचिन बिश्नोई आरोपी है। सचिन और अनमोल बिश्नोई हत्या से पहले ही नकली पासपोर्ट के जरिए विदेश फरार हो गए थे।
सिद्धू मूसेवाला के मर्डर का किया था दावा
दरअसल, लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन बिश्नोई को बहुत जल्द दिल्ली लाने की तैयारी चल रही है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां उसे अजरबैजान (Sachin Bishnoi in Azerbaijan) से दिल्ली लेकर आएगी। सचिन पर पंजाबी गायक सिद्धू मुसेवाला की हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप है। मूसेवाला की हत्या के बाद सचिन ने ये दावा किया था कि उसी ने पंजाबी गायक को मारा है। ज्ञात हो कि, मूसेवाला को गोलियों से छलनी कर दिया था।
सचिन ने ऐसे बनवाया था नकली पासपोर्ट
जांच एजेंसियों ने बताया कि, सचिन बिश्नोई का फर्जी पासपोर्ट दिल्ली के संगम विहार इलाके के एक पते पर बनाया गया था। एड्रेस में उसका नाम तिलक राज टुटेजा लिखा गया था। पंजाब पुलिस (Punjab Police) की जांच में खुलासा हुआ कि लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार (Goldie Brar) के साथ सचिन बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) भी सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड है।
विक्रम बराड़ को भी UAE से लाया गया
NIA ने लॉरेंस बिश्नोई के ही प्रमुख सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ (Vikram Brar) को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारत निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि, एनआईए की एक टीम इस निर्वासन की सुविधा के लिए और उसे भारत वापस लाने के लिए यूएई गई थी। विक्रम बराड़, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के अलावा निर्दोष लोगों और व्यापारियों की 'टारगेट किलिंग' में शामिल था।
जांच एजेंसियों ने बताया कि, सचिन बिश्नोई का फर्जी पासपोर्ट दिल्ली के संगम विहार इलाके के एक पते पर बनाया गया था। एड्रेस में उसका नाम तिलक राज टुटेजा लिखा गया था। पंजाब पुलिस (Punjab Police) की जांच में खुलासा हुआ कि लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार (Goldie Brar) के साथ सचिन बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) भी सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड है।
विक्रम बराड़ को भी UAE से लाया गया
NIA ने लॉरेंस बिश्नोई के ही प्रमुख सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ (Vikram Brar) को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारत निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि, एनआईए की एक टीम इस निर्वासन की सुविधा के लिए और उसे भारत वापस लाने के लिए यूएई गई थी। विक्रम बराड़, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के अलावा निर्दोष लोगों और व्यापारियों की 'टारगेट किलिंग' में शामिल था।