मशीहा थे ये खूंखार डाकू: इनके ये किस्से आपके होश उड़ा देंगे
बचपन से आपने सुना होगा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है या फिर मजबूरी इंसान से सब कुछ करवाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही डाकूओं से रुबरु करवाने जा रहे हैं।
बचपन से आपने ये सुना होगा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है या फिर मजबूरी इंसान से सब कुछ करवाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही डाकूओं से रुबरु करवाने जा रहे हैं। इन डाकूओं काफी खतरनाक थें और इनका नाम सुनते ही लोग डर से थरथर कांपते थे। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही 5 डाकूओं के बारे में।
फूलन देवी
आपने डाकू फूलन देवी का नाम तो जरुर सुना होगा। फूलन देवी भारत की सबसे खतरनाक और चालाक डाकू थीं, इनसे केवल इनका ही राज्य नहीं बल्कि पूरा भारत कांपता था। बता दें कि फूलन देवी ने डकैती के रास्ते को इसलिए चुना क्योंकि उन्हें अपने साथ हुए अत्याचार का बदला लेना था। दरअसल, फूलन देवी का कई लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था। फूलन देवी ने अपने साथ हुए इसी अत्याचार का बदला लेने के लिए डकैत की दुनिया में कदम रखा था। बता दें कि पूनम देवी उर्फ फूलन देवी ने तकरीबन 21 ठाकुरों को एक साथ खड़ा करके गोली मार दी थी। साल 1983 में फूलन देवी ने इंदिरा गांधी के कहने पर अपने आप को सरेंडर कर दिया और 11 साल तक कारावास के बाद उन्होंने एक आम जिंदगी जी।
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सुल्तान डाकू
भारत के सबसे खतरनाक डाकू की लिस्ट में नंबर दो के स्थान नाम है सुल्तान डाकू। इनके बारे में अधिक जानकारी तो नहीं है लेकिन ऐसा कहा जाता है कि सुल्तान उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और प्रदेश के सबसे खतरनाक डाकूओं में से एक था। वहीं उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद में एक किला को सुल्तान किला के नाम से जाना जाता है। डाकू होने के बावजूद सुल्तान डाकू को गरीबों का मसीहा कहा जाता था। सुल्तान डाकू गरीबों के लिए बहुत अच्छे कार्य करता था।
निर्भय सिंह गुर्जर
भारत के सबसे खतरनाक डाकू की लिस्ट में जो तिसरे स्थान पर हैं उनका नाम है निर्भय सिंह गुर्जर। निर्भय सिंह गुर्जर भारत के खतरनाक डाकू माने जाते थे। निर्भय सिंह को गुर्जर चंबल के मशहूर डाकुओं में से एक माना जाता है। निर्भय ने खुद की एक फौज तैयार की थी, जिसमें करीब 50 लोग शामिल थे। निर्भय सिंह के खौफ से आसपास के 200 गांव के लोग डरते थे। यहीं नहीं सरकार ने निर्भय सिंह गुर्जर को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपये का ईनाम भी रखा था। साल 2005 में निर्भय सिंह गुर्जर एक पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।
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वीरप्पन
वीरप्पन को भी भारत के खतरनाक डाकूओं में से एक माना जाता है। केरल तथा तमिलनाडु के जंगलों में वीरप्पन का आतंक फैला हुआ था। वीरप्पन को बहुत बड़ा खतरनाक डाकू कहा जाता था। वह हाथी के दांत और चंदन की लकड़ियों की तस्करी (Smuggling) करता था। वीरप्पन को पकड़ने के लिए सरकार ने 20 करोड़ रुपये खर्च किए थे। बता दें कि साल 2004 में वीरप्पन का एनकाउंटर किया गया था।
डाकू मानसिंह
इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर आता है डाकू मानसिंह। डाकू मानसिंह चंबल का मशहूर डाकू था। डाकू मानसिंह का खौफ इतना था कि लोग केवल नाम सुनकर ही थरथर कांपने लगते थे। बता दें कि डाकू मानसिंह आगरा से राज परिवार से ताल्लुक रखते थे। उन पर तकरीबन एक हजार बारह लोगों की डकैती और 125 लोगों की हत्या करने का आरोप लगा था। साल 1955 में एक एनकाउंटर में डाकू मानसिंह मारा गया था।
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