हिल उठा राजस्थान: बुरा रहा 2021 का पहला दिन, 100 से ज्यादा पक्षियों की हुई मौत

पक्षियों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की एक साथ मौत होने बड़ा मामला है।

Update: 2021-01-01 11:44 GMT
पक्षियों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की एक साथ मौत होने बड़ा मामला है।

नागौर: नागौर जिले के मकराना उपखंड के कालवा गांव से आ रही है, जहां साल का पहला दिन ही पक्षियों के लिए अमंगलकारी साबित हो रहा है। यहां सुबह से सैंकड़ों की संख्या में मृत पक्षी मिल चुके हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है।

मरने वाले पक्षियों में सबसे ज्यादा संख्या राष्ट्रीय पक्षी मोर की है, जिनकी संख्या 100 के करीब पहुंच चुकी है जबकि अन्य पक्षी भी लगातार काल का ग्रास बन रहे हैं। कौवे , कबूतर और फाख्ता सहित कई पक्षियों के शव लगातार मिलने जारी है।

 

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मृत पक्षियों की संख्या

घटना की जानकारी के ग्रामीण पूरे गांव में घूम कर पक्षियों की टोह ले रहे हैं और पूरे गांव में ही मृत पक्षी मिल रहे हैं। पक्षियों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की एक साथ मौत होने बड़ा मामला है।

 

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पुलिस पहुंचा मौके

घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों और सरपंच ने मकराना प्रशासन को देने पर मकराना तहसीलदार मय जाब्ता और वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे हैं। वहीं, चिकित्सकों की टीम भी कालवा गांव बुलाई गई है, जो मृत पक्षियों की मौत का कारण जानने की कोशिश कर रही है जबकि बीमार पक्षियों को बचाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। घटना के बाद से ही ग्रामीण पूरी तरह से स्तब्ध हैं क्योंकि एक साथ इतने पक्षियों की मौत होना ग्रामीणों परिवेश और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली घटना है।

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