Civil Aviation Advisory: 'आपदा के वक्त न हो मनमानी, एयरलाइंस कंपनियां करें टिकट कीमतों की निगरानी, बोली केंद्र सरकार

Civil Aviation Advisory: नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से सभी विमानन कंपनियों को एक एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें कहा गया है कि, ओडिशा रेल हादसे में जिन लोगों का असामयिक निधन हुआ है, उनके पार्थिव शरीरों को मुफ्त में उनके परिजनों तक पहुंचाया जाए।

Update:2023-06-06 00:47 IST

Civil Aviation Advisory : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) में 288 लोगों की जान चली गई। वहीं एक हजार से अधिक लोग घायल हैं। कई यात्रियों की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। इस मुश्किल घड़ी में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से सभी विमानन कंपनियों को एक एडवायजरी जारी की गई है। एडवायजरी में कहा गया है कि, रेल हादसे में जिन लोगों का असामयिक निधन हुआ है, उनके पार्थिव शरीरों को मुफ्त में उनके परिजनों तक पहुंचायी जाए। जिसकी व्यवस्था एयरलाइंस को करनी चाहिए।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से सोमवार (05 जून) को एडवाइजरी जारी की गई। विमानन कंपनियों (Airlines) को सलाह दी गई है कि, वह ऐसे क्षेत्र जहां पर आपदा आई हो या इस तरह की कोई दुर्घटना घटित हुई हो, वहां कंपनियों को टिकटों की निगरानी नहीं करनी चाहिए। बल्कि, वहां के टिकटों में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की जानी चाहिए। एडवाइजरी में मानवीय मूल्यों को आधार मानकर काम करने की सलाह दी गई है। एयरलाइंस एडवाइजरी ग्रुप (Airlines Advisory Group) के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री की बैठक में एयरलाइंस कंपनियों को कई सलाह दी गई है।

ओडिशा रेल हादसे में जा चुकी है 288 जान
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक में एयरलाइंस कंपनियों को सलाह दी। बता दें, ओडिशा रेल हादसे (Coromandel Express Train Accident) में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार शाम 7 बजे के करीब शालीमार से चलकर कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बालासोर के रास्ते चेन्नई सेंट्रल के लिए रवाना हुई थी। इसी बीच ये ट्रेन पटरी पर पहले से खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस दौरान एक अन्य ट्रेन भी इस हादसे का शिकार हुई। रेलवे की तीन ट्रेनें क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) तक पहुंचे।

शवों की शिनाख्त बड़ी समस्या

इस रेल हादसे में मारे गए मृतकों में अभी तक 151 लोगों की ही शिनाख्त हो पाई है। अभी भी 124 लोगों के शव ऐसे हैं जिसकी पहचान संभव नहीं सकी है। फिलहाल, सरकार और रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के सामने ये सबसे बड़ी समस्या है। सवाल वही है कि आखिर शेष मृतकों की शिनाख्त कैसे की जाए?

रेलवे ने शवों की पहचान के लिए अपनाया ये तरीका

जिन शवों की पहचान नहीं हो सकी है उनके शवों को एम्स भुवनेश्वर (AIIMS Bhubaneswar) में रखा गया है। भारतीय रेलवे ने उनकी पहचान के लिए एक नए तरह का सिस्टम तैयार किया है। जिसके तहत शवों की तस्वीरों के साथ उनके पास जो चीजें हैं उनकी भी तस्वीरें शेयर की गई हैं।

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