मायावती ने कहा-आरएसएस के स्वंय सेवक मिलिटेंट, भागवत देश से मांगे माफी

Update: 2018-02-13 11:16 GMT

लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के स्वंय सेवकों को मिलिटेंट करारते हुए कहा है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के सेना पर दिए गया बयान अपमानजनक है। यदि उन्हें अपने मिलिटेंट स्वंय सेवकों पर इतना ज्यादा भरोसा है तो उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए सरकारी खर्चे पर विशेष कमाण्डों क्यों ले रखे हैं?

भागवत के बिहार के मुजफ्फरपुर में स्वयंसेवकों को सेना से बेहतर बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जबकि सेना के सामने विभिन्न प्रकार की चुनौतिया हैं। आरएसएस प्रमुख का बयान सेना के मनोबल को गिराने वाला है। इसकी इजाजत उन्हें कतई नहीं दी जा सकती है। उन्हें अपनी गलत बयानबाजी के लिये देश से मांफी मांगनी चाहिए।

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मायावती ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि मोहन भागवत को आरएसएस के स्वंयसेवकों के सम्बंध में यह भ्रम अब दूर कर लेना चाहिए कि वे लोग निःस्वार्थ काम कर रहे हैं क्योंकि आरएसएस अब एक 'सामाजिक संगठन' नहीं रहकर तेजी से राजनीतिक संगठन बनता जा रहा है। स्वंयसेवक सामाजिक सेवा को ताक पर रखकर पूरी तरह से बीजेपी की चुनावी राजनीति करने में ही व्यस्त नज़र आते हैं।

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