MP CM Oath Ceremony: भोपाल में रहने के बावजूद शपथग्रहण समारोह में नहीं गईं उमा भारती, स्टेडियम के बाहर रोका गया शिवराज का काफिला
MP CM Oath Ceremony: मंच पर मध्य प्रदेश की राजनीति में कभी भारतीय जनता पार्टी का सबसे प्रभावशाली चेहरा रहीं उमा भारती नदारद दिखीं। उमा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार अभियान से भी दूर दिखीं।
MP CM Oath Ceremony: मध्य प्रदेश भाजपा में आज से एक नई लीडरशिप ने कामकाज संभाल लिया है। ‘मामा’ के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान के नाम के आगे अब पूर्व मुख्यमंत्री लिखा जा चुका है। उनका स्थान उन्हीं के कैबिनेट में मंत्री रहे डॉ मोहन यादव ने ली है। डॉ यादव ने बुधवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ दो डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने भी शपथ ली।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। लेकिन मंच पर मध्य प्रदेश की राजनीति में कभी भारतीय जनता पार्टी का सबसे प्रभावशाली चेहरा रहीं उमा भारती नदारद दिखीं। उमा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार अभियान से भी दूर दिखीं। उन्हें बीजेपी ने अपना स्टार प्रचारक तक नहीं बनाया था।
भोपाल में होने के बावजूद नहीं आईं उमा
एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती की बीजेपी की सेंट्रल और स्टेट लीडरशिप से नाराजगी की खबरें लंबे समय से मीडिया में आती रही हैं। हालांकि, उन्होंने कुछ मौकों पर इसका खंडन भी किया है। इन अटकलों को तब और बल मिला जब पता चला कि वो आज यानी गुरुवार 13 दिसंबर को राजधानी भोपाल में ही हैं।
उमा ने बताई न आने की वजह
बीजेपी ने प्रचंड जनादेश के साथ मध्य प्रदेश में अपनी सत्ता बरकरार रखी है। इसलिए भोपाल में काफी भव्य शपथग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें भगवा खेमे के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। अपनी गैरमौजूदगी को लेकर उठ रहे सवालों पर पूर्व सीएम उमा भारती ने बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर समारोह में शामिल न होने को लेकर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने लिखा, नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण आया है। आप सबको विदित ही है कि मुझे पीठ में स्लिप डिस्क होने के कारण उठने बैठने की अत्यधिक सावधानी रखने का चिकित्सकों का निर्देश है। इसलिए मैं इस समारोह में अनुपस्थित रहने के लिए मजबूर हूं लेकिन नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को शुभकामनाएं।
बुधवार को उमा से मिले थे मोहन यादव
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शपथ लेने से एक दिन पूर्व कल यानी मंगलवार 12 दिसंबर को उमा भारती के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। पूर्व सीएम ने इस मुलाकात से जुड़ी तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, मध्य प्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी जब मेरे निवास पर आए तो मैंने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं एवं मध्य प्रदेश के विकास में हर तरह से सहयोग का वचन दिया है। मुझे अपनी पार्टी पर गर्व है कि उन्होंने एक अति विनम्र पार्टी कार्यकर्ता को उच्च पद पर आसीन किया।
शिवराज को समर्थकों ने स्टेडियम के बाहर रोका
जब से मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन यादव का नाम तय हुआ, तब से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के समर्थकों में मायूसी छा गई है। बुधवार को शिवराज जब शपथग्रहण समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे थे, तब स्टेडियम के बाहर हजारों समर्थकों ने उनके काफिले को रोक लिया और मामा-मामा कहते हुए उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे। लोग उनसे मिलने को बेताब थे। चौहान ने भी अपनी गाड़ी धीमी करवाई और अंदर से ही लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
एक दिन पहले शिवराज सिंह चौहान ने जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था, तो कुछ महिलाएं उनसे मिलने के लिए आई थीं। इस दौरान वे फफक-फफक कर रोने लगीं। शिवराज ने भावुक होकर उन्हें गले लगा लिया। दरअसल, मध्य प्रदेश की राजनीति में शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं और बच्चियों के बीच भाई और मामा का रिश्ता बनाकर उनसे अपना एक ऐसा व्यक्तिगत रिश्ता बनाया, जो प्रदेश की राजनीति में आजतक कोई नेता नहीं कर पाया। बीजेपी की बड़ी जीत में शिवराज के इस केमिस्ट्री का भी बड़ा योगदान माना जा रहा है।