NDA Meeting in Delhi: एनडीए में फिर शामिल होंगे चिराग पासवान, जेपी नड्डा ने 18 जुलाई की मीटिंग में बुलाया
NDA Meeting in Delhi: लोकसभा की सीटों के लिहाज से महत्वपूर्ण राज्यों में नए-नए साथियों को साथ लाया जा रहा है। इसी कड़ी में बिहार में दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और सांसद चिराग पासवान को एनडीए में शामिल किया गया है।
NDA Meeting in Delhi: केंद्र में 9 सालों से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। संगठन को जमीन पर सक्रिय करन के साथ-साथ सहयोगियों को भी पाले में लाने की कवायद जारी है। लोकसभा की सीटों के लिहाज से महत्वपूर्ण राज्यों में नए-नए साथियों को साथ लाया जा रहा है। इसी कड़ी में बिहार में दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और सांसद चिराग पासवान को एनडीए में शामिल किया गया है।
चिराग पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं लेकिन बीच में पार्टी और परिवार में बगावत होने के बाद उनके चाचा पिता की जगह पर केंद्र में मंत्री बन गए थे और वे अकेले संघर्ष कर रहे थे। बिहार में जमुई से सांसद चिराग पासवान की लोकप्रियता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपने साथ लाने का निर्णय लिया है। पिछले दिनों पटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ उनकी बैठक के बाद करीब-करीब इस पर मुहर लग गई थी।
जेपी नड्डा ने 18 जुलाई की मीटिंग में बुलाया
विपक्षी एकजुटता की कवायद और संसद के मानसून सत्र के शुरू होने से ऐन पहले सत्तारूढ़ एनडीए के घटक दलों की दिल्ली में बैठक होने जा रही है। 18 जुलाई को दिल्ली में हो रही इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे। इसी बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को आमंत्रित किया है। उन्होंने एक खत के माध्यम से पासवान को बुलावा भेजा है। खत में नड्डा ने लिखा है कि एलजेपी एनडीए का एक अहम हिस्सा है।
बिहार से चिराग पासवान के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी एनडीए की मीटिंग में शामिल होने के लिए खत भेजा गया है। मांझी ने बीते माह ही महागठबंधन से निकलने के बाद एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी के भी एनडीए में शामिल होने की अटकलें हैं। फिलहाल उनके पास अभी तक जेपी नड्डा का खत नहीं पहुंचा है।