निर्भया के दोषियों की आखिरी इच्छा: सजा से पहले ऐसा है हाल...

निर्भया रेप केस के चारों दोषियों को 1 फरवरी को फांसी दी जानी है। चारों दोषी तिहाड़ जेल में हैं। जेल प्रशासन ने चारों से आखिरी इच्छा पूछी है।

Update: 2020-01-23 05:16 GMT

दिल्ली: कहते हैं कि मरने वाले से उसकी आखिरी इच्छा पूछी जाती है, फिर भले ही वह क्यों न एक अपराधी हो। तो निर्भया के दोषियों से भी फांसी से पहले उनकी आखिरी इच्छा पूछी गयी है। बता दें कि निर्भया रेप (Nirbhaya Rape Case) केस के चारों दोषियों को 1 फरवरी (Death Warrant) को फांसी दी जानी है। चारों दोषी तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में अपने आखिरी दिन बिता रहे हैं। जेल प्रशासन ने चारों को नोटिस भेज कर उनकी आखिरी इच्छा पूछी है। देश भर को निर्भया के लिए रुला देने वाले दिल्ली रेप केस के दोषियों की आखरी इच्छा के बारे में आप भी जानिये।

जेल प्रशासन ने पूछी दोषियों से आखरी इच्छा:

तिहाड़ जेल प्रशासन ने दोषियों से उनकी आखिरी इच्छी पूछी है। दोषियों को दी गयी नोटिस में जेल प्रशासन ने पूछा है कि 1 फरवरी को तय फांसी से पहले वह अंतिम बार किससे मिलना चाहता है?

जेल प्रशासन ने पूछा है कि उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है तो क्या वह उसे किसी के नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं?

कोई धार्मिक किताब पढ़ना चाहते हैं या किसी धर्मगुरु को बुलाना चाहते हैं?

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दोषियों का फांसी से पहले हाल बेहाल:

वहीं चारों दोषियों का फांसी से पहले बुरा हाल है। सजा के डर से किसी ने खाना छोड़ दिया तो कोई कम खाना खा रहा है। दोषी विनय ने तो दो दिनों से खाना नहीं खाया था, काफी कहा जाने के बाद उसने थोड़ा सा खाना खा लिया। बता दें कि चारों दोषी फांसी की सजा टालने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।

कभी क्युरेटिव पीटिशन तो कभी राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका देकर सजा से बचने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि इन सभी प्रयासों को खारिज कर उनकी फांसी की तारीख तय है।

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बड़ी सुरक्षा में चारों दोषी:

तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को कैद किया गया है। जहां चारों को जेल नम्बर-3 में अलग अलग सेल में रखा गया है। हर दोषी के सेल के बाहर दो सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात किये गये हैं। हर दो घंटे में इन गार्ड को आराम दिया जाता है।

शिफ्ट बदलने पर दूसरे गार्ड तैनात किए जाते हैं। हर एक कैदी के लिए 24 घंटे के लिए आठ-आठ सिक्यॉरिटी गार्ड लगाए गए हैं। यानी चार कैदियों के लिए कुल 32 सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात रहते हैं।

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