Odisha Train Accident: बालासोर रेल हादसे को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी के निशाने पर रेल मंत्री, पीएम मोदी को भी लपेटा

Odisha Train Accident: पूर्व सांसद और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी रेल मंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें फौरन पद छोड़ने को कहा है। अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाने वाले स्वामी के निशाने पर इन दिनों विपक्ष कम अपनी पार्टी और सरकार के लोग ज्यादा हैं।

Update: 2023-06-04 10:45 GMT
Odisha Train Accident (Social Media)

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुई भीषण रेल हादसे में सैंकड़ों जिंदगियां समाप्त हो गईं। इस दर्दनाक हादसे ने न केवल देश को बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। बालासोर रेल दुर्घटना को लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग कर रही है। अब तो अपने भी वैष्णव से इस्तीफा मांगने लगे हैं। पूर्व सांसद और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी रेल मंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें फौरन पद छोड़ने को कहा है।

अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाने वाले स्वामी के निशाने पर इन दिनों विपक्ष कम अपनी पार्टी और सरकार के लोग ज्यादा हैं। सुब्रमण्यम स्वामी लगातार केंद्र के नीतियों की आलोचना कर रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी पर सार्वजनिक रूप से हमला बोल रहे हैं। ये सब वे बीजेपी में रहते हुए कर रहे हैं। एकबार फिर उन्होंने विपक्ष के सूर में सूर मिलाते हुए अपनी सरकार को ओडिशा रेल हादसे को लेकर कटघरे में खड़ा किया है। लगे हाथ स्वानी ने प्रधानमंत्री मोदी को भी लपेट लिया।

रेल मंत्री तुरंत इस्तीफा दें

पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व राज्यसभा एमपी सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे पर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा, अब हम जानते हैं: तेज गति से चलने वाली ट्रेन जो पटरी से उतर कर आने वाली ट्रेन से टकराती है, उसे उन पटरियों पर कभी भी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि पटरियां धीमी ट्रेन के लिए होती हैं। इसलिए रेल मंत्री को प्रधानमंत्री की अनुमति की प्रतीक्षा किए बिना इस्तीफा दे देना चाहिए।

ट्वीट के अगले हिस्से में उनके निशाने पर पीएम मोदी होते हैं। वो आगे लिखते हैं - बेशक मोदी अक्षम या सक्षम लेकिन अनुचित रीढ़हीन चेलों को मंत्रियों के रूप में भर्ती करने के लिए दुनिया में प्रसिद्ध हैं। जिसकी वह एक कीमत चुका रहे हैं। मणिपुर सीएम अक्षम लेकिन वफादार चेले का एक अन्य उदाहरण है।

दरअसल, बीजेपी शासित मणिपुर बीते एक माह से जातीय हिंसा की आग में झुलस रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद वहां के हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। विपक्षी पार्टियां इस अशांति के लिए वहां के सीएम एन बीरेन सिंह से त्यागपत्र मांग रही हैं। लेकिन बीजेपी आलाकमान के नजदीकी होने के कारण सिंह की कुर्सी सुरक्षित नजर आ रही है।
एमपी में बीजेपी का लौटना मुश्किल

बीजेपी में रहने के बावजूद सुब्रमण्यम स्वामी लगातार पार्टी और सरकार पर हमले कर रहे हैं। यहां तक कि वे बीजेपी शासित राज्यों को भी नहीं बख्श रहे। शनिवार 3 जून को स्वामी मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में थे, यहां उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे सत्तारूढ़ बीजेपी में हलचल मच गई। पूर्व राज्यसभा सांसद ने मीडिया बात करने के दौरान शिवराज सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि एमपी में दोबारा सरकार बनाना मुश्किल है। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

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