नई दिल्ली: बरसात में प्याज न रुलाए इसके लिए अभी से ही सरकार ने कमर कस ली है। प्याज की कीमतों तेजी से उछाल को रोकने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए है। अब केंद्रीय सरकार प्याज के भंड़ारण पर काम कर रही है। राज्य सरकारों के साथ मिलकर 25,000 टन का भंडारण करने की तैयारी में है।
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प्याज उत्पादन में अग्रणी राज्य, महाराष्ट्र गुजरात ,मध्य प्रदेश के साथ मिल केंद्र प्याज भ्ंडारण की योजना को सफल बनाएगा। केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्रालय मुनाफाखोरी और बिचौलियों द्वारा मानसून के दौरान प्याज के दाम बढ़ाने की कवायदों पर रोक लगाने के उपायों पर भी विचार कर रहा है।
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चीन के बाद भारत दुनिया में प्याज के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। इस समय भारत में प्याज भंडारण की क्षमता लगभग 4.6 लाख टन ही। यह हमारी कुल उत्पादन की तुलना में बहुत कम है , हमारे अधिकतम गोदाम परंपरिक और अवैज्ञानिक हैं।