आप भी जान लें! आखिर बड़े से बहुत बड़े कैसे बने फरार चिदंबरम
कार्ति चिदंबरम और उनके पिता पी. चिदंबरम सीबीआई के शिकंजे में बुरी तरह फंस चुके हैं। कांग्रेस के यशस्वी नेता और देश के वित्तमंत्री रहे पी. चिदंबरम अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद फरार हैं। जबकि कार्ति चिदंबरम जमानत पर होने के बावजूद मुंह छुपाते घूम रहे हैं।
नई दिल्ली : कार्ति चिदंबरम और उनके पिता पी. चिदंबरम सीबीआई के शिकंजे में बुरी तरह फंस चुके हैं। कांग्रेस के यशस्वी नेता और देश के वित्तमंत्री रहे पी. चिदंबरम अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद फरार हैं। जबकि कार्ति चिदंबरम जमानत पर होने के बावजूद मुंह छुपाते घूम रहे हैं। पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी किसी भी समय हो सकती है।
कार्ति चिदंबरम
आइए जानते हैं वकील और जाने माने राजनीतिक चिदंबरम के पुत्र का क्या है आर्थिक साम्राज्य। और कैसे कुछ ही वर्षों में यह परिवार खरबपतियों की श्रेणी में शुमार हो गया। कांग्रेस के मिस्टर क्लीन की इस छवि का इसमें रहा कितना हाथ। कार्ति चिदंबरम का जन्म 16 नवम्बर 1971 को हुआ है। वह राजनीति में सक्रिय कारोबारी रहे हैं। वह कांग्रेस के सदस्य हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से निर्वाचित हुए हैं।
कार्ति की गृह दशा 2015-16 में उस समय खराब होनी शुरू हुई जब मीडिया ने कार्ति के कंपनियों के व्यापक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के छिपे हुए स्वामित्व को उजागर किया। और इसके बाद सरकारी एजेंसियां उन कंपनियों के वित्तपोषण और लेनदेन की व्यापक भ्रष्टाचार जांच में जुट गईं।
शुरुआत में चिदम्बरम के बेटे ने सारे आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि सरकार को कोई अघोषित संपत्ति मिलती है तो वह उसे जब्त कर सकती है। पी. चिदम्बरम ने भी आरोपों का विरोध करते हुए कहा कि सीबीआई के पास कोई सबूत है तो पेश करे।
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डा. श्रीनिधि रंगराजन से कार्ति चिदंबरम की शादी
कार्ति चिदंबरम की शादी डा. श्रीनिधि रंगराजन से हुई है जो कि भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं और अपोलो अस्पताल में फिजीशियन के रूप में काम करती हैं। इनकी बेटी अदिति नलिनी चिदम्बरम है। वह एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी है।
कार्ति चिदम्बरम तीन दशक से टेनिस से जुड़े हुए हैं। वह भारतीय टेनिस प्लेयर्स एसोसिएशन के महासचिव हैं। चिदंबरम पर एयरसेल-मैक्सिस और सिकोइया कैपिटल मामले में शामिल होने का आरोप है। सीबीआई ने मैक्सिस द्वारा दूरसंचार ऑपरेटर एयरसेल के अधिग्रहण में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की भूमिका की जांच की।
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कार्ति चिदंबरम पर मुकदमे
जांच में संस्था ने पाया कि वित्त मंत्री और मंत्रालय के सचिव को 6 बिलियन रुपये तक के निवेश को मंजूरी देनी थी। उस समय एयरसेल में मैक्सिस का निवेश 30 बिलियन था। इस निवेश को क्लीयर करने में मंत्रालय और एफआईपीबी की भूमिका थी।
अप्रैल 2015 में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वासो हेल्थकेयर समूह की एक जांच के सिलसिले में मॉरीशस स्थित निवेश कोष के भारतीय उपखंड सिकोइया कैपिटल इंडिया के बेंगलुरु कार्यालयों की खोज की, जो आंशिक रूप से कार्ति चिदंबरम के स्वामित्व में था। सिकोइया को भारत की विदेशी प्रत्यक्ष निवेश नीति का दुरुपयोग करने का संदेह था।
एयरसेल-मैक्सिस मामले के संबंध में हुई पूछताछ
25 अगस्त 2015 को बताया गया कि ईडी ने एडवांटेज के दो निदेशकों विश्वनाथ रवि और सी.बी.एन. रेड्डी को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दिल्ली में पूछताछ के लिए तलब किया। इनसे एयरसेल-मैक्सिस मामले के संबंध में पूछताछ की गई, इस मामले में एयरसेल के मालिक द्वारा 2011 में शिकायत की गई थी।
शिकायतकर्ता ने कहा था कि उस पर मैक्सिस में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए दबाव डाला गया था। उस समय ईडी ने कहा था कि बाद में इस मामले के संबंध में खुद कार्ति चिदंबरम को तलब किया जाएगा।
देखें वीडियों...
एक अखबार ने किया खुलासा
29 फरवरी 2016 को, एक अखबार ने बताया कि कार्ति चिदंबरम व्यापक अंतरराष्ट्रीय व्यापार गतिविधियों में शामिल थे, नए खोजे गए दस्तावेजों से पता चला कि कार्ति चिदंबरम ने "दुनिया भर में अचल संपत्ति और अन्य वित्तीय सौदों में निवेश के माध्यम से अपने लिए एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया था।"
ताजा सबूतों से लंदन, दुबई, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका, ब्रिटिश वर्जिन द्वीप, फ्रांस, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, ग्रीस और स्पेन में व्यापारिक सौदों का विवरण मिला। यह बताया गया कि कार्ति चिदंबरम ने विशेष रूप से 2006 से 2014 तक खुद को समृद्ध किया, वह अवधि जब उनके पिता वित्त मंत्री और गृह मंत्री थे।
54 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई
मिले सबूतों के आधार पर ही ईडी ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इसमें पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की 54 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई। इसके अलावा दिल्ली सहित पेरिस और लंदन में कार्ति चिदंबरम की संपत्ति जब्त की गई।
ईडी द्वारा जब्त इन संपत्तियों में दिल्ली की जोरबाग, ऊटी, यूके स्थित आवास और बर्सिलोना की संपत्ति शामिल थी। एजेंसी का कहना था कि संपत्तियां कार्ति और उनसे कथित रूप से जुड़ी कंपनी एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है।
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ईडी ने बंगला किया जब्त
ईडी ने ऊटी स्थित उनका 50 लाख का बंगला जब्त किया है। इसके अलावा ऊटी में ही 3.75 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की है। जब्त की संपत्ति में कोडाइकनाल में एएससीपीएल के नाम पर रजिस्टर्ड 25 लाख की कृषि योग्य भूमि भी शामिल है। दिल्ली के जोरबाग में 16 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की जमीन व प्रॉपर्टी भी इसमें शामिल है।
हालांकि ईडी की इस कार्रवाई पर कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा था कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है। इस मामले में मैं कोर्ट जाऊंगा।
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सूत्र यह भी बताते हैं कि ईडी ने लंदन में घर, कॉटेज और जमीन सहित 8.67 करोड़ की कार्ति चिदम्बरम की संपत्ति जब्त की है। आपको बता दें कि कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि 2007 में पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान आईएनएक्स मीडिया को करीब 305 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड यानी एफआईपीबी से मंजूरी लेने में गड़बड़ी की गई थी।
सूत्रों से मिली ये जानकारी
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने इंग्लैंड, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, ग्रीस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, मलयेशिया, सिंगापुर, थाइलैंड, श्रीलंका और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स से अडवांटेज स्ट्रैटिजिक, सेक्वोया, वेस्टब्रिज के साथ-साथ कुछ अन्य कंपनियों की व्यावसायिक लेन-देन के बारे में जानकारी देने की अपील की है।
सूत्र बताते हैं कि एयरसेल-मैक्सिस डील केस की जांच के सिलसिले में ईडी ने पिछले साल अडवांटेज स्ट्रैटिजिक और वासन हेल्थकेयर के डायरेक्टरों के घरों और दफ्तरों की तलाशी ली थी। इस दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर ईडी ने चेस ग्लोबल अडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लि. की भी तलाशी ली। कार्ति इस कंपनी के डायरेक्टर थे।
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मजे की बात यह है कि पिछले साल कार्ति चिदंबरम ने निर्वाचन आयोग में जो अपनी संपत्ति घोषित की है वह मात्र 47 करोड़ रुपये की चल एवं अचल सम्पत्ति है। कार्ति की सालाना आय में लगातार पांच वर्षों में मामूली बढ़ोतरी दिखायी गई है। वित्तीय वर्ष 2013-2014 में यह 1.68 करोड़ रूपये से कुछ अधिक थी और 2017-2018 में यह बढ़कर 1.75 करोड़ रुपये हो गई।
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हलफनामे में घोषणा के मुताबिक उनकी चल संपत्ति कुल कीमत 24.13 करोड़ रुपये है। उनकी अचल सम्पत्ति की मार्केट वैल्यू 22.88 करोड़ रुपये है। कार्ति ने कहा कि इसके अलावा उनके पास कर्नाटक में एक कृषि भूमि और चेन्नई में एक वाणिज्यिक इमारत है। उनकी कुल देनदारी 8,97,44,503 रुपये है।