रसोई गैस सिलेंडर एजेंसी के नाम पर फर्जीवाड़ा, भूलकर कर भी ना करें ऐसा, नहीं तो...

सोशल मीडिया पर LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स को लेकर एक पोस्ट तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस पोस्ट में कहा गया है कि एलपीजी वितरक चयन द्वारा हिंदुस्तान गैस डीलरशिप / LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए आप चयनित किए गए हैं।

Update: 2020-09-11 06:37 GMT
सोशल मीडिया पर LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स को लेकर एक पोस्ट तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस पोस्ट में कहा गया है कि एलपीजी वितरक चयन द्वारा हिंदुस्तान गैस डीलरशिप / LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए आप चयनित किए गए हैं।

ई दिल्ली: कोरोना काल में लोग खूब फर्जीवाड़ा का शिकार हो रहे हैं। अब इसको लेकर सरकार ने लोगों को आगाह किया है। सोशल मीडिया पर लोगों से पैसे ऐठे जा रहे हैं और फ्राॅड करने वाले उनको अपना शिकार बना रहे हैं।

अब इस बीच सोशल मीडिया पर LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स को लेकर एक पोस्ट तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस पोस्ट में कहा गया है कि एलपीजी वितरक चयन द्वारा हिंदुस्तान गैस डीलरशिप / LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए आप चयनित किए गए हैं।

इस पोस्ट में नकली वेबसाइट बनाई गई और अनुमोदन पत्र जारी किया गया है। इसके जरिए लोगों से रजिस्ट्रेशन के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। इसके साथ ही पत्र में यह भी कहा है कि रजिस्ट्रेशन के लिए जो पैसे लिए जा रहे हैं वह रिफंडेबल है। इस पैसे को आपको बाद में वापस कर दिया जाएगा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फर्जी दावे की जांच पीआईबी (PIB) ने की है। पीआईबी की जांच इसका सच सामने आ गया है। पीआईबी की तरफ से बताया गया है कि यह पत्र और वेबसाइट दोनों फर्जी हैं।

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पीआईबी ने की पड़ताल

पीआईबी ने जब इस खबर की जांच की तो जानकारी सामने आई कि ये खबर फर्जी है। इससे संबंधित ऐसी कोई भी खबर LPG की वेबसाइट पर मौजूद नहीं है। भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने इस अनुमोदन पत्र को फर्जी बताया है। पीआईबी ने कहा है कि फर्जी पत्र और वेबसाइट आवेदकों को धोखा देने के लिए बनाई गई है। प्रामाणिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://lpgvitarakchayan.in पर जाएं।

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लोगों ने की ठगी की शिकायतें

गैस एजेंसी का कारोबार उनमें शामिल है जो बेहद सफल हैं। इसलिए गैस एजेंसी के कारोबार को भी बेहद उम्दा माना जाता है। तेल कंपनियां लगातार फ्रेंचाइज मॉडल के तौर पर LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए आवेदन मंगाती है या टेंडर निकालती है। सभी कंपनियों की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने की प्रक्रिया अलग-अलग है।



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सोशल मीडिया पर इन दिनों फर्जीवाड़े की बाढ़ आई हुई है। इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट हैं, जो बिल्कुल तेल कंपनियों की तरह दिखती हैं। बीते कुछ समय में ऐसी शिकायतें की गई हैं, जिनमें गैस एजेंसी के रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों के साथ फर्जीवाड़ा हुआ है।

आपको बता दें कि गैस एजेंसी के लिए कंपनियां आवेदन जारी करती हैं तो वह अखबार या दूसरे विज्ञापनों के जरिए इसकी सूचना देती हैं।

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