लॉकडाउन में ये बने गरीबों के मददगार, पीएम मोदी आज करेंगे बात

लॉकडाउन में जब गरीबों पर आफत आई तो उनकी मदद के लिये समाजिक संस्थाएं आगे आई। सुबह-शाम भोजन का प्रबंध कर जिला प्रशासन की मदद की...

Update: 2020-07-08 18:44 GMT

वाराणसी: लॉकडाउन में जब गरीबों पर आफत आई तो उनकी मदद के लिये समाजिक संस्थाएं आगे आई। सुबह-शाम भोजन का प्रबंध कर जिला प्रशासन की मदद की। इनमें से कुछ ऐसी भी संस्थाएं थी जो बगैर शोर-शराबे के लोगों की मदद कर दी गई है । अब इन समाजिक संस्थाओं से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को रूबरू होंगे। सुबह 11 बजे मोदी अपने संसदीय क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद स्थापित करेंगे। साथ ही लॉकडाउन के दौरान उनके सामाजिक कार्यों से जुड़े अनुभव की जानकारी लेंगे। इसे लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।

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गरीबों में बांटे थे 20 लाख फूड पैकेट्स

वाराणसी के बारे में यह प्रसिद्ध है कि ‘काशी में कोई भूखा नहीं सोता’। बाबा विश्वनाथ की नगरी में काशीवासियों ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को समय से भोजन उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन को भरपूर सहयोग प्रदान किया। अलग- अलग क्षेत्र की 100 से अधिक संस्थाओं ने अपने स्तर से और वाराणसी जिला प्रशासन के फूड सेल के माध्यम से लॉकडाउन की अवधि में लगभग 20 लाख फूड पैकेट्स और 2 लाख राशन किट्स का वितरण किया। भोजन वितरण के अतिरिक्त, इन संस्थाओं ने सेनिटाइजर तथा मास्क आदि का वितरण जैसे अन्य सामाजिक कार्य भी किए। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी को कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया गया।

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बीजेपी कार्यकर्ताओं से भी संवाद कर चुके हैं मोदी

कोरोना काल में ऐसा पहली बार नहीं होगा जब नरेंद्र मोदी बनारस की जनता से रूबरू होंगे। इसके पहले भी मोदी बुद्धिजीवी समाज से जुड़े लोगों और बीजेपी कार्यकर्ताओं से समाधि स्थापित कर चुके हैं। दोनों ही बार नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही सम्राट के लिए जुड़े और उन्होंने लॉकडाउन की अहमियत बताते हुए कोरोना से लड़ने के लिए काशी की जनता का शुक्रिया कहा था। हालांकि इस बार नरेंद्र मोदी को रोना योद्धाओं का सम्मान करने के लिए वर्चुअल मीटिंग करेंगे।

रिपोर्ट: आशुतोष सिंह

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