मोदी सरकार का बड़ा खुलासा! मुद्रा लोन योजना लेकर नहीं लौटाए ₹18 हजार करोड़

सरकार ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बांटे गए 6.04 लाख करोड़ रुपये लोन में से 3 फीसदी लोन यानी 18,000 करोड़ रुपये बैड लोन में बदल गए हैं।

Update: 2019-12-03 13:13 GMT

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने मुद्रा लोन योजना में बड़ा खुलासा किया है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बांटे गए 6.04 लाख करोड़ रुपये लोन में से 3 फीसदी लोन यानी 18,000 करोड़ रुपये बैड लोन में बदल गए हैं।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल, 2015 को नॉन-कॉर्पोरेट, नॉन-फार्म/लघु, सूक्ष्म उद्यमों को रोजगार पैदा करने और आसानी से वित्तीय मदद पहुंचाने के लिए 10 लाख रुपये तक के कोलैटरल फ्री लोन बांटने के लिए पीएमएमवाई की शुरुआत की थी।

अनुराग ठाकुर ने कहा...

राज्यसभा में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना पर एक प्रश्न के लिखित जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएमएमवाई के लागू करने के संबंध में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें लोन के लिए आवेदनों को बंद करना, टर्न-अराउंड-टाइम में देरी और कुछ मौकों पर लेंडर्स द्वारा कोलैटरल/गारंटर की मांग करना शामिल है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि करीब 18 हजार रुपये बना बैड लोन- वित्त राज्य मंत्री ने कहा, शेड्यूलड कमर्शियल बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से मिली जानकारी के मुताबिक, मार्च 2019 तक पीएमएमवाई के तहत कुल 6.04 लाख करोड़ रुपये के लोन बांटे गए।

उन्होंने कहा कि योजना की शुरुआत के बाद से इनमें से 17,251.52 करोड़ रुपये की राशि नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स में बन गई, यह कुल बांटे गए लोन का 2.86 फीसदी है।

तीन कैटगरी में बांटे गए हैं लोन...

पीएमएमवाई के तहत मुद्रा लोन को तीन भागों में बांटा गया है, ये लोन शिशु, किशोर और तरुण के तहत दिए जाते हैं।

5 वित्तीय वर्ष...

एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि पिछले 5 वित्तीय वर्षों के दौरान मार्च 2019 के अंत तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कुल शाखाओं की संख्या 87,580 हो गई है, जो मार्च 2014 तक 78,939 थी।

Tags:    

Similar News