नई दिल्ली: इसी महीने की शुरुआत में हुए उरी हमले में 18 जवानों के शहीद होने के बाद बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने अपने एयर विंग को और मजबूत करने का फैसला किया है। इस मुद्दे पर एक बैठक में मंगलवार को एक बैठक हुई। इसमें गृहमंत्री ने बीएसएफ के डीजी के साथ सुरक्षा मुद्दे पर चर्चा की।
एयरविंग का होगा विस्तार
वर्तमान में बीएसएफ के एयरविंग में 15 विमानों और हेलीकाप्टरों का एक बेड़ा है। नए प्रस्ताव के तहत इसके आधुनिकीकरण और बेड़े का विस्तार किया जाना है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसी के तहत ये कदम उठाए जा रहे हैं।
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गृहमंत्री से मिले बीएसएफ डीजी
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को हुई बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की। बैठक में सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक शामिल हुए। इस बैठक में मधुकर गुप्ता समिति की रिपोर्ट पर चर्चा हुई।
क्या है मधुकर गुप्ता कमेटी?
बैठक में मधुकर गुप्ता समिति की सिफारिशों को मानते हुए बीएसएफ के सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। इसके तहत
बीएसएफ के एयरविंग के बेड़े को और मजबूत किया जाएगा। गौरतलब है कि पठानकोट हमले के बाद मधुकर गुप्ता की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी। कमिटी को भारत-पाक सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुझाव देने थे।
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बढ़ाया जाएगा बेड़ा
सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में बीएसएफ का एयर विंग लगभग बेमानी है। पिछले साल तक इसके बेड़े में पांच विमान और 11 हेलीकाप्टर थे। कुछ समु तक इनका इस्तेमाल भी नहीं किया गया। वहीं इनके रखरखाव और मरम्मत पर अधिक खर्च की जरूरत थी। इससे पहले इस साल बीएसएफ ने दो Mi-17 हेलीकाप्टरों को खरीदा है।