Rajya Sabha Election: राज्यसभा में बढ़ी भाजपा की ताकत, अब बहुमत के करीब पहुंचा NDA
Rajya Sabha Election: देश के उच्च सदन में भाजपा 97 सांसदों की ताकत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। दूसरी ओर कांग्रेस काफी कमजोर स्थिति में नजर आ रही है
Rajya Sabha Election: देश के विभिन्न राज्यों में 56 राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव के बाद अब राज्यसभा में भाजपा और ताकतवर बनकर उभरी है। भाजपा ने 56 में से 30 राज्यसभा सीटों पर जीत हासिल की है और इसके साथ ही राज्यसभा में पार्टी के सांसदों की संख्या बढ़कर 97 पर पहुंच गई है। पार्टी को सबसे बड़ा फायदा उत्तर प्रदेश में हुआ है जहां पार्टी ने 8 राज्यसभा सीटें जीतकर समाजवादी पार्टी को करारा झटका दिया है।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के 20 प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए थे जबकि 10 सीटों पर पार्टी ने चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। राज्यसभा चुनाव के नतीजे के घोषणा के बाद सदन में एनडीए की ताकत में भी बढ़ोतरी हुई है। राज्यसभा में एनडीए के सांसदों की संख्या बढ़कर 117 पर पहुंच गई है जो कि बहुमत कीसंख्या 121 के काफी करीब है।
भाजपा के पास सब 97 सांसदों की ताकत
देश के उच्च सदन में भाजपा 97 सांसदों की ताकत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। इनमें पांच मनोनीत सांसद भी शामिल है। दूसरी ओर कांग्रेस काफी कमजोर स्थिति में नजर आ रही है और उसके सांसदों की संख्या 29 रह गई है। मंगलवार को 15 सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई।
दोनों राज्यों में क्रॉस वोटिंग का भाजपा को जमकर फायदा हुआ है। क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा को उत्तर प्रदेश और हिमाचल दोनों राज्यों में एक-एक सीटों का फायदा हुआ है। इस कारण उच्च सदन में भाजपा सांसदों की संख्या बढ़कर अब 97 पहुंच गई है।
यूपी और हिमाचल में क्रॉस वोटिंग से फायदा
उत्तर प्रदेश में भाजपा के पास सात सीटों पर जीतने का संख्या बल था मगर सपा विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण पार्टी ने आठ सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी का जीतना तय माना जा रहा था मगर कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रही।
भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन और कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी दोनों को 34-34 मत मिले थे और बाद में टॉस से फैसले में हर्ष महाजन ने बाजी मार ली। इस तरह उत्तर प्रदेश और हिमाचल में भाजपा को एक-एक सीट का फायदा हुआ है। कर्नाटक में भी पार्टी एक सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई है जबकि कांग्रेस को तीन सीटों पर जीत मिली है।
बहुमत के करीब पहुंचा एनडीए
राज्यसभा की ताकत 240 सांसदों की है और उच्च सदन में बहुमत के लिए 121 सांसदों का समर्थन हासिल होना जरूरी है। 56 सीटों पर हुए राज्यसभा चुनाव के बाद अब एनडीए के सांसदों की संख्या 117 पर पहुंच गई है और एनडीए बहुमत से सिर्फ चार सांसदों की दूरी पर है।
मंगलवार को हुए मतदान के बाद भाजपा 97 सांसदों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है जबकि कांग्रेस 29 सांसदों के साथ दूसरे नंबर पर है।
राज्यसभा में अब तृणमूल कांग्रेस के 13,आप और द्रमुक के 10-10,बीजू जनता दल और वाईएसआरसीपी के 9-9, बीआरएस के सात, राजद के छह, सीपीएम के पांच और जदयू व अन्ना द्रमुक के चार-चार सांसद हो गए हैं। राज्यसभा में एनडीए के बहुमत के करीब पहुंचने के बाद अब सबकी निगाहें लोकसभा चुनाव पर लगी हुई हैं। यदि लोकसभा चुनाव में एनडीए बहुमत हासिल करने में कामयाब रहा तो अब उसे राज्यसभा में किसी भी विधेयक को पारित कराने में ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।