नई दिल्ली: जंतर-मंतर पर जहर खाकर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल को लेकर नया खुलासा हुआ है। 'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक इस पूर्व सैनिक ने अपने पेंशन अकाउंट पर 3.5 लाख रुपए का लोन ले रखा था। राम किशन का वह खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की भिवानी ब्रांच में था। उसी खाते में राम किशन की पेंशन आया करती थी। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है कि लोन का पैसा ना चुका पाने की स्थिति में परेशान होकर ही राम किशन ने सुसाइड किया हो।
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मई महीने में लिया था लोन
अखबार की मानें तो एसबीआई के इस ब्रांच पर जब पूछताछ की गई तो पता चला कि ग्रेवाल ने ये लोन 2015 में लिया था। बैंक के एक अधिकारी ने बताया, कि मई महीने के आखिरी सप्ताह में राम किशन ने अपने पेंशन अकाउंट पर 3.5 लाख रुपए का कर्ज लिया था।
परिवार को लोन की जानकारी नहीं
हालांकि, लोन के पैसे के बारे में रामकिशन के परिवार को जानकारी नहीं है। राम किशन के बेटे जसवंत ने कहा कि उन्हें उनके पिता द्वारा बैंक से लिए गए लोन के बारे में कुछ भी नहीं पता है। जसवंत ने कहा, 'मुझे और मेरे भाईयों को इया संबंध में कोई जानकारी नहीं है।'
'वन रैंक वन पेंशन' से बढ़ता पेंशन
अखबार को बैंक से यह भी पता लगा कि राम किशन ने वन रैंक वन पेंशन लागू होने से पहले अप्रैल में 21,927 रुपए निकाले थे। वहीं पिछले महीने उन्होंने 22,608 रुपए निकाले। उनके बेटे जसवंत की मानें तो, उसके पिता कहते थे कि अगर वन रैंक वन पेंशन को ठीक से लागू किया जाता तो उनकी पेंशन 30 हजार रुपए हो जाती।
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सही रकम आ रही थी अकाउंट में
एसबीआई के ब्रांच मैनेजर राम सिंह ने अखबार को बताया कि 'अप्रैल में वन रैंक वन पेंशन लागू होने के बाद से राम किशन के खाते में 22,608 रुपए दिए जा रहे थे।' बैंक ने कहा कि उनकी तरफ से किसी तरह की कोई गलती नहीं हुई थी। ब्रांच मैनेजर ने कहा, अप्रैल के बाद से उन्हें सही रकम दी जा रही थी ऐसे में गलत हिसाब-किताब का मतलब ही नहीं होता। इसके अलावा राम किशन ने मौखिक या लिखित रूप में बैंक को कोई शिकायत दर्ज ही नहीं करवाई थी।
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