Bihar Politics: बिहार में राजद को लगा बड़ा झटका, श्याम रजक ने दिया पार्टी से इस्तीफा, जदयू में शामिल होने की संभावना

Bihar Politics: श्याम रजक ने लालू यादव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद औऱ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-08-22 10:24 GMT

राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा: Photo- Social Media

Bihar Politics: बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश के पूर्व मंत्री और राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रजक ने अपने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी है। राजद से इस्तीफा देने के बाद श्याम रजक के जदयू में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। रजक ने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से इस्तीफा देने के बाद ही राजद की सदस्यता ग्रहण की थी। अब एक बार फिर वे अपने पुराने दल में वापसी कर सकते हैं।

शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया

श्याम रजक ने अपने इस्तीफे के संबंध में राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने करारा तंज भी कसा है। श्याम रजक ने लालू यादव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि "वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद औऱ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।" श्याम रजक ने अपने पत्र में लालू के लिए एक शेर भी लिखा है जिसे बड़ा इशारा माना जा रहा है। उन्होंने लिखा कि "मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया। आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था।"

अब जदयू में शामिल होने की संभावना

राजद से इस्तीफा देने के बाद श्याम रजक के जदयू में शामिल होने की संभावना जताई जाने लगी है। जदयू में शामिल होने की संभावना पर श्याम रजक ने कहा कि मेरे अगले कदम के संबंध में आपको अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उन्हें अच्छा नेता बताया।

उन्होंने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ पहले भी काम कर चुका हूं और उनका काम करने का अंदाज अच्छा है। श्याम रजक के इस बयान से माना जा रहा है कि वे जल्द ही जदयू में शामिल होने का बड़ा फैसला ले सकते हैं।

टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे रजक

जानकारों का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट न मिलने के बाद श्याम रजक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। इस्तीफे के बाद एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव बहुत सारे आश्वासन देकर उन्हें पार्टी में लाए थे मगर 2020, 2022 और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके साथ अन्याय किया गया। वे जयू से विधायक और मंत्री पद छोड़कर राजद में शामिल हुए थे मगर यहां आकर शतरंज के मोहरों में फंस कर रह गए।

2020 के विधानसभा चुनाव में रजक को फुलवारी शरीफ से पार्टी का टिकट नहीं मिला था। फिर रजक को एमएलसी बनाने की चर्चा चली मगर पार्टी की ओर से उन्हें विधान परिषद भी नहीं भेजा गया। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने समस्तीपुर से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी मगर उन्हें राजद नेतृत्व ने टिकट नहीं दिया था। माना जा रहा है कि इसी कारण उन्होंने राजद से इस्तीफा दिया है और अपने इस्तीफे में उन्होंने इस ओर इशारा भी किया है। 

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