सचिन पायलट ने तोड़ी चुप्पी, BJP और गहलोत पर दिया बड़ा बयान, खोले ये बड़े राज

राजस्थान की राजनीति में अभी हलचल चल रही है, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद सचिन पायलट ने बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ दी है, सचिन पायलट ने कहा कि उनके समर्थकों को विकास का मौका भी नहीं मिला,

Update: 2020-07-15 05:15 GMT

जयपुर राजस्थान की राजनीति में अभी हलचल चल रही है, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद सचिन पायलट ने बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ दी है, सचिन पायलट ने कहा कि उनके समर्थकों को विकास का मौका भी नहीं मिला, लेकिन कुछ भी कहने से पहले ये बात साफ कर देना चाहता हूं कि मैं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ज्वॉइन नहीं कर रहा हूं, पिछले पांच साल के दौरान मैंने बीजेपी के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी है तो ऐसे में बीजेपी में जाने का सवाल ही नहीं है।

 

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गहलोत से नाराज नहीं

सचिन ने कहा कि वह गहलोत से नाराज नहीं हैं। उन्होंने गहलोत से कोई खास ताकत नहीं मांगी थी लेकिन उनकी आवाज को दबाया गया। अफसरों को उनका आदेश न मानने के लिए कहा गया। पायलट को पार्टी से बगावत के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए बीजेपी के साथ साजिश रची।

 

वसुंधरा के रास्ते चले गहलोत

सचिन पायलट से जब अशोक गहलोत से नाराजगी का सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि 'मैं उससे नाराज नहीं हूं। मैं किसी विशेष शक्ति या विशेषाधिकार की मांग नहीं कर रहा हूं। मैं बस इतना चाहता था कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने चुनावों में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने की दिशा में काम करें।' उन्होंने आगे कहा कि 'हमने वसुंधरा राजे सरकार के अवैध खनन पट्टों के खिलाफ एक अभियान चलाया, ताकि तत्कालीन बीजेपी सरकार को उन आवंटन को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़े। लेकिन सत्ता में आने के बाद गहलोत जी ने कुछ नहीं किया, बल्कि उसी रास्ते पर चले।'

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बता दें कि विधायक दल की बैठक में मंगलवार को विधायकों ने अशोक गहलोत को अपना नेता माना और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की, जिसके बाद सचिन पायलट और उनके दो करीबी मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी बर्खास्त कर दिया। कांग्रेस के इस एक्शन के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट करके कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं और इसके साथ ही सचिन पायलट ने अपने ट्वीटर बॉयो से डिप्टी सीएम हटा दिया है और लिखा है- टोंक से विधायक |

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