लॉकडाउन: PF की रकम बनी सहारा, 1.37 लाख लोगों ने निकाले इतने करोड़ रूपये
देशभर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस दौरान देश में सबकुछ ठप पड़ गया है...
नई दिल्ली: देशभर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस दौरान देश में सबकुछ ठप पड़ गया है। साथ ही लाखों लोगों की कमाई पर भी असर पड़ा है। अब इस दौरान लोगों के पास एक ही रास्ता बचा है। लोग अपने भविष्य निधि यानी पीएफ फंड को निकाल रहे हैं।
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बता दें कि श्रम मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने लॉकडाउन के दौरान अब तक करीब 280 करोड़ रुपये के 1.37 लाख निकासी दावों का निपटान किया गया है। इन दावों का निपटान नए नियम के अंतरगत किया गया है। खास बात बात ये है कि ईपीएफओ ने पिछले दस दिन में इन दावों का निपटान किया है।
श्रम मंत्रालय ने बताया कि अंशधारकों द्वारा की गई निकासी का पैसा मिलना शुरू हो गया है। बता दें कि कोरोना वायरस संकट के दौरान अंशधारकों को राहत के लिए ईपीएफ नियम में संशोधन किया गया है।
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इस नए नियम के अंतर्गत तीन महीने के मूल वेतन और महंगाई भत्ते के बराबर या ईपीएफ खाते में सदस्य के खाते में पड़ी राशि के 75 प्रतिशत के बराबर निकासी की सुविधा दी जाती है। अंशधारक को इस रकम को लौटाने की आवश्यकता नहीं है। श्रम मंत्रालय ने कहा कि अंशधारक कम राशि के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यह एडवांस के रूप में होगा। इस पर टैक्स की कटौती नहीं की जाएगी।
ईपीएफओ के अनुसार सभी दावों का निपटान तेजी से करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इसे सिर्फ तीन दिन के अंदर निपटाया जा रहा है। इसके लिए सदस्य के पीएफ अकाउंट की केवाईसी जरूरी है।
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