भारतीय भाषाओं के 24 लेखकों को साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा, जानें कौन-कौन हैं शामिल
साहित्य अकादमी पुरस्कार से 24 लेखकों को सम्मानित किया गया। इन सभी को वार्षिक फेस्टिवल ऑफ लेटर्स प्रदान किए गए हैं। विजेताओं को उनकी उल्लेखनीय साहित्यिक कृतियों के लिए एक-एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया। यह उत्सव 21 फरवरी को शुरू हुआ था, जो 26 फरवरी तक चलेगा।
नई दिल्ली : साहित्य अकादमी पुरस्कार से भारतीय भाषाओं के 24 लेखकों को गुरुवार (23 फरवरी) को सम्मानित किया गया। इन सभी को वार्षिक फेस्टिवल ऑफ लेटर्स प्रदान किए गए हैं। इन विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट रचनाओं के लिए 1-1 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया। यह उत्सव 21 फरवरी को शुरू हुआ था, जो 26 फरवरी तक चलेगा।
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इन लेखकों को मिला पुरस्कार
-24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को नवाजा गया है।
-इसमें अंग्रेज़ी, हिंदी, बंगाली, उर्दू, संस्कृत, बोडो, कश्मीरी, मणिपुरी, और नेपाली भाषाएं शामिल हैं।
-सम्मानित लेखकों में जेरी पिंटो, नासिरा शर्मा, प्रभा वर्मा, कमल वोरा और परमिता सतपति शामिल हैं।
-पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी और मराठी लेखक जयंत विष्णु नार्लीकर थे।
-हल्बी, कुरख और लद्दाखी जैसी भाषाओं के लेखकों को भी क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
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क्या कहा अकादमी के अध्यक्ष ने?
-अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने पुरस्कार देते हुए कहा कि उन्हें इसे पुरस्कार कहना नहीं, बल्कि वह सम्मान कहना पसंद करते हैं।
-उनके मुताबिक पुरस्कार शब्द से उन्हें ऐसा लगता है जैसे किसी की रचना को पैसों से तौला जा रहा है, जबकि इस तरह के लेखकों के लिए पैसा कोई मायने नहीं रखता।
-इस साल अकादमी का वार्षिक संवत्सर व्याखान प्रतिष्ठित विद्वान और इतिहासकार रामचंद्र गुहा देंगे।
-वह द क्राफ्ट ऑफ हिस्टोरिकल बायोग्राफी पर व्याख्यान देंगे।