Loksabha Election 2024: ममता बनर्जी से मिले अखिलेश यादव, 'दीदी' के साथ थर्ड फ्रंट बनाने की तैयारी

Loksabha Election 2024:- समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव पश्चिम बंगाल पहुंचे चुके हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस से हमारी बराबर की दूरी है वहीं, टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस खुद को विपक्ष की बॉस न समझे।

Update:2023-03-17 23:51 IST
ममता बनर्जी से मिले अखिलेश यादव (फोटो- सोशल मीडिया साभार)

Loksabha Election 2024: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कोलकाता में हैं। शुक्रवार शाम को उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इस दौरान शिवपाल यादव भी उनके साथ रहे। कोलकाता में कल से दो दिन यानी 18 और 19 मार्च को समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में मिशन 2024 पर मंथन होगा। शुक्रवार को वह कोलकाता पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी की वैक्सीन लेने वालों को सीबीआई और ईडी से डरने से जरूरत नहीं है।

कोलकाता पहुंचे अखिलेश यादव ने लगभग स्पष्ट कर दिया कि वह बीजेपी को हराने के लिए फिलहाल वह कांग्रेस के साथ नहीं जाने वाले। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस से हमारी बराबर की दूरी है। अखिलेश यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक चल रही थी। इस बीच तृणमूल सांसद सुदीप बनर्जी का भी बयान कांग्रेस से इतर अलग मोर्चे की वकालत करता है। टीएमसी सांसद ने कहा कि कांग्रेस खुद को विपक्ष की बॉस न समझे।

अखिलेश-ममता की मुलाकात

शुक्रवार को ही अखिलेश यादव और ममता बनर्जी की मुलाकात प्रस्तावित थी। दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक संबंध काफी अच्छे हैं। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में 'दीदी' की मदद के लिए अखिलेश ने किरणमय नंदा की अगुआई में सपा की टीम भेजी थी तो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में खुद ममता बनर्जी ने अखिलेश यादव के लिए वोट मांगे थे। फिलहाल, दोनों दल कांग्रेस से दूरी बनाये हैं। लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ममता बनर्जी के साथ थर्ड फ्रंट बनाने की तैयारी में हैं।

क्या होगा सपा की बैठक में?

अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य 2024 लोकसभा चुनाव है, जिसमें भाजपा को सत्ता में लौटने से रोकना है। उन्होंने कहा कि सपा इसमें बड़ी भूमिका निभाएगी। यूपी की 80 लोकसभा की सीटों में से बड़ी संख्या में सीटें सपा जीतने जा रही है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जिस तरह दीदी ने भाजपा का मुकाबला किया था, वैसे ही आने वाले समय में भाजपा का देश से, झारखंड से, यूपी और दक्षिण भारत से सफाया करना है। 2024 में किस तरह भाजपा का देश से सफाया हो? बैठक में इसी पर चर्चा होनी है।

विपक्षी एकजुटता में दरार

समाजवादी पार्टी और टीएमसी सांसद के बयान से विपक्षी एकजुटता में दरार साफ नजर आती है। अडानी मामले को लेकर विपक्षी दलों का मार्च हो या फिर संसद में अन्य कोई मुद्दा, टीएमसी अलग-थलग ही नजर आई है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो कांग्रेस की मौजूदा हालत को देखते हुए ममता बनर्जी कांग्रेस को 'बड़ा भाई' मानने को तैयार नहीं हैं। वहीं, अखिलेश यादव ने जिस तरह से ममता की जीत का उदाहरण दिया है, वह उनकी अगुआई में तीसरा मोर्चा बनाने को तैयार दिखते हैं। गौरतलब है कि ममता बनर्जी लंबे समय से गैर कांग्रेसी विपक्षी एकता की वकालत करती रही हैं।

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