P Chidambaram Statement: चिदंबरम का बड़ा बयान, बताया कौन होगा बीजेपी विरोधी गुट का नेता, केजरीवाल पर साधा निशाना
P Chidambaram Statement: बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक को बताया महत्वपूर्ण। बोले-मोदी के हाथ खाली हैं, क्योंकि उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। तंज कसते हुए कहा, शायद नारों को छोड़कर पीएम मोदी ने कुछ नहीं दिया।
P Chidambaram Statement: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम का विपक्ष की बेंगलुरु बैठक से पहले बड़ा बयान सामने आया है। पूर्व वित मंत्री चिदंबरम ने कहा है कि विपक्षी दलों में कांग्रेस की एक ‘मजबूत स्थिति‘ है और हम सब मिलकर लोकसभा 2024 के चुनाव में भाजपा को हराएंगे। विपक्ष की बैठक से पहले आए चिदंबरम के बयान से तो यही स्पष्ट हो रहा है कि विपक्ष की अगुवा कांग्रेस ही होगी। उन्होंने कहा कि मोदी के हाथ खाली हैं, क्योंकि उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा कि शायद नारों को छोड़कर पीएम मोदी ने कुछ नहीं दिया।
केजरीवाल के अध्यादेश के मुद्दे को बताया दुर्भायपूर्ण-
एक न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में चिदंबरम ने आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस तरह से आप ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक में दिल्ली अध्यादेश का मुद्दा उठाया और रखा वह ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण‘‘ था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, प्रत्येक मुद्दे का निर्णय उसकी योग्यता के आधार पर और उचित समय व स्थान पर किया जाना चाहिए।
बोले-सही समय पर सामने आएगा विपक्ष के नेता का नाम-
सीनियर कांग्रेस लीडर ने विपक्ष की एकजुटता पर कहा कि विपक्ष एकजुट रहकर निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा विरोधी गुट का नेता कौन होगा ये उचित समय पर सामने आएगा, लेकिन अभी इसके बारे में बात करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
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उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के कई उद्देश्य एक समान हैं, क्योंकि वे केंद्र की भाजपा सरकार की सामाजिक और आर्थिक नीतियों का विरोध करते हैं, धीमी आर्थिक वृद्धि, उच्च मुद्रास्फीति और बढ़ती बेरोजगारी के साथ-साथ आम लोगों की स्वतंत्रता में कमी को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक निश्चित रूप से उद्देश्यपूर्ण होगी। कहा, हमें इंतजार करना चाहिए और देखना चाहिए कि अगला कदम क्या होगा।
ताकतवर नहीं कमजोर हुई है मोदी सरकार-
जब उनसे यह सवाल किया गया कि विपक्ष ने फिलहाल नेतृत्व के सवाल को नजरअंदाज कर दिया है और जब मोदी 10 साल से सत्ता में हैं तो क्या बिना प्रधानमंत्री पद के विपक्ष का लोकसभा चुनाव में जाना संभव होगा। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी भाजपा के शीर्ष पर रहे हैं और 10 वर्षों में बीजेपी की केंद्र सरकार ताकतवर नहीं बल्कि कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी के हाथ खाली हैं, क्योंकि उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा कि शायद नारों को छोड़कर पीएम ने कुछ नहीं दिया।
विपक्ष की बेंगलुरु बैठक से पहले चिदंबरम का यह बयान काफी मायने रखता है। उन्हें ने जिस तरह से आप पर हमला बोला है उससे तो यही लगाता है कि विपक्ष की बैठक में दिल्ली अध्यादेश को लेकर आप को समर्थन मिलने वाला नहीं है। विपक्षी एकता को लेकर चिदंबरम चाहे जो भी कहें, लेकिन विपक्षी एकजुटता को कायम रखना आसान नहीं होगा।