Telangana Congress: अब तेलंगाना कांग्रेस में भी संकट, प्रदेश अध्यक्ष से कई विधायक नाराज, हो सकती है बगावत

Telangana Congress: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कोमतिराज राजगोपाल रेड्डी ने प्रदेश अध्यक्ष के काम करने के अंदाज को लेकर कई सवाल उठाए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-08-02 14:03 IST

तेलंगाना कांग्रेस में भी संकट (फोटो: सोशल मीडिया )

Telangana Congress: कांग्रेस इन दिनों कई राज्यों में संकट के दौर से गुजर रही है। तेलंगाना का नाम भी ऐसे राज्यों की सूची में जुड़ गया है। दरअसल राज्य के कांग्रेस नेताओं में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy)के प्रति नाराजगी दिख रही है। एक ओर भाजपा मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनकी पार्टी टीआरएस को चुनौती देने की कोशिश में जुटी हुई है तो दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं के आपसी विवाद से जूझ रही है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कोमतिराज राजगोपाल रेड्डी ने प्रदेश अध्यक्ष के काम करने के अंदाज को लेकर कई सवाल उठाए हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि रेड्डी बगावती मूड में दिख रहे हैं और जल्द ही अलग राह चुन सकते हैं। जानकारों का के मुताबिक रेड्डी के पार्टी छोड़ने पर कुछ और विधायक भी कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं। राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी नेताओं की यह नाराजगी पार्टी के लिए भारी पड़ती दिख रही है।

प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा

रेड्डी को सबसे ज्यादा शिकायत प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को लेकर है। उनका कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष के काम करने का अंदाज ठीक नहीं है और वे पार्टी के वफादारों की अपेक्षा बाहरी लोगों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। उनकी वजह से कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। कांग्रेस सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि अपने सियासी असर वाले नालगोंडा जिले में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से प्रचार के लिए न आने का अनुरोध तक कर डाला है।

एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक राजगोपाल रेड्डी को इलाके का दमदार नेता माना जाता है और उनके भाई वेंकट रेड्डी भी लोकसभा सांसद हैं। दोनों भाइयों का अपने इलाके में काफी असर है। उनका विरोधी रुख कांग्रेस के लिए काफी महंगा साबित हो सकता है।

प्रदेश अध्यक्ष पर लगाया बड़ा आरोप

कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग का कहना है कि राजगोपाल रेड्डी की वजह से उनके भाई भी कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकते हैं। राजगोपाल रेड्डी ने प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और उन्हें चुनाव प्रचार के लिए अपने इलाके में न आने की चेतावनी तक दे डाली है।

उनका तर्क है कि प्रदेश अध्यक्ष पार्टी से ज्यादा अपना प्रचार करने में जुटे रहते हैं। उनके प्रचार से पार्टी को कोई फायदा नहीं होने वाला है। वे पार्टी संबंधित फैसलों में सहयोगियों से कोई विचार-विमर्श नहीं करते और अपना फैसला सब पर लादने की कोशिश करते हैं।

पार्टी को लग सकता है बड़ा झटका

राजगोपाल रेड्डी तेलंगाना कांग्रेस के अकेले ऐसे नेता नहीं है जिन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के दो और विधायकों जय प्रकाश रेड्डी और जग्गा रेड्डी ने भी प्रदेश अध्यक्ष के काम करने के अंदाज पर सवाल खड़े किए हैं। वे इस बाबत पार्टी हाईकमान से शिकायत कर चुके हैं।

हालांकि अभी तक पार्टी हाईकमान की ओर से प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कुछ और नेताओं ने भी पार्टी हाईकमान से संपर्क साधा है। जानकार सूत्रों के मुताबिक राजगोपाल रेड्डी ने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है और उनके बाद कुछ और विधायक भी इसी राह पर चलकर पार्टी को बड़ा झटका दे सकते हैं।

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