बढ़ रहा तापमान क्या दिलाएगा कोरोना से मुक्ति, कैसे मिलेगी राहत

कोरोना वायरस महामारी ने बीते 3 महीने से आफत मचा रखी है। चीन के वुहान कोरोना फैलना शुरू हुआ था, और अब तक इसमें दुनिया के 13 लाख से ज्यादा लोगों को किया है, वहीं 70,000 मौतें भी डकार चुका है।

Update: 2020-04-06 11:17 GMT
बदलेगा मौसम: क्या अब कोरोना से मिलेगी मुक्ति, या फिर हाल होगा बुरा

नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी ने बीते 3 महीने से आफत मचा रखी है। चीन के वुहान कोरोना फैलना शुरू हुआ था, और अब तक इसमें दुनिया के 13 लाख से ज्यादा लोगों को किया है, वहीं 70,000 मौतें भी डकार चुका है। इस वायरस के बारे में शुरू से ही कहा जा रहा है कि ये वायरस वातावरण का तापमान बढ़ने पर खुद खत्म हो जाएगा। अब देखना है कि इस दावे में कितनी सच्चाई है, क्या सच में गर्मी के मौसम में कोरोना का संकट खत्म हो जाएगा। क्योंकि देश में अप्रैल आते तापमान भी बढ़ना शुरू हो गया है।

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यहां से बनी ऐसी धारणा

जब कोरोना वायरस के फैलने की खबरें आई, तो कहा गया कि ये बढ़े हुए तापमान में आसानी से नहीं फैल पाता बल्कि कम तापमान और ठंडी चीजों में इसके पनपने की संभावना ज्यादा होती है। लोगों को फ्रिज से दूर रहने और गर्म पानी पीते रहने की सलाह भी खूब दी गई। ऐसे में कई लोग यह मानने लगे कि गर्मी आने के बाद इस वायरस का फैलना बंद हो जाएगा।

इस तथ्य पर विश्वास करना सही है

इस धारणा के पीछे कोरोना वायरस के लक्षण ही जिम्मेदार हैं। कोरोना वायरस जिसके वर्तमान संस्करण को सार्स कोव-2 कहा जाता है, इसके कारण कोविड-19 नाम की बीमारी फैल रही है। इसके लक्षण फ्लू बीमारी के जैसे हैं जो सर्दियों में जोर पकड़ती है और गर्मियों में कमजोर हो जाती है।

इसके अलावा कई शोध भी यह मानते हैं कि गर्मियों में कोरोना वायरस कमजोर पड़ जाएगा। शोध में पाया गया है यह वायरस ठंडे इलाकों में आसानी और तेजी से फैला है जबकि गर्म और आर्द्र क्षेत्रों में नहीं।

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ये कहती है रिसर्च

बीते महीने लाइव साइंस में छपी रिसर्च के अनुसार, कोरोना वायरस प्रभावित90 प्रतिशत इलाकों में तापमान 3 से 17 डिग्री सेल्सियस था और वहां हवा में नमी (आर्द्रता) 4-9 ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, यानि काफी कम थी। लेकिन आज की तारीख में आंकड़े यही कहानी कहेंगे इसमें संदेह है। इसका आधार यह है कि कोरोना वायरस ऑस्ट्रेलिया, दक्षिणी अफ्रीका, और दक्षिण अमेरिका में भी फैल रहा है जहां सर्दी का मौसम आने वाला है।

इसके बाद कुछ अन्य रिसर्चों में भी इसी तरह की बात की गई है कि कोरोना वायरस के फैलने के लिए कम तापमान और कम आर्द्रता वाले इलाके बेहतर हैं। लेकिन हर शोध में इस बात से पूरी तरह से इनकार किया गया है कि यह वायरस गर्मी में पूरी तरह से बेअसर हो जाएगा। शोधों में तो यह भी अनुमान लगाया गया है कि गर्मी आने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपाय बंद नहीं होंगे।

तो क्या गर्मी से राहत नहीं मिलेगी

महामारी कोरोना के कहर से राहत का संबंध इसके इलाज के पता लगने से ज्यादा है बजाए मौसम के। अगर कोरोना का इलाज जल्दी मिल जाता है तो शायद हमें उस तरह से डर कर रहने की जरूरत न हो। लोगों का इलाज होने से इसके व्यापक रूप से फैलने का खतरा भी कम हो जाएगा।

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