इन सरकारी कर्मचारियों की नहीं मनेगी दिवाली, पीएम मोदी के घर पर करेंगे प्रदर्शन
काफी समय से सैलरी संकट से जूझ रहे BSNL और MTNL कर्मचारियों के घर इस साल दिवाली पर खुशियां आना बहुत ही मुश्किल है।
नई दिल्ली: काफी समय से सैलरी संकट से जूझ रहे BSNL और MTNL कर्मचारियों के घर इस साल दिवाली पर खुशियां आना बहुत ही मुश्किल है। असल में, फेस्टिव सीजन में सैलरी न मिलने और टेलीकॉम सेक्टर में कर्ज के बोझ तले दबे इन दोनों सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बंद करने की आशंकाओं से परेशान इन कर्मियों ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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MTNL कर्मचारी इंडिया गेट से पीएम आवास तक करेंगे प्रदर्शन
MTNL कर्मचारियों ने इंडिया गेट से पीएम आवास यानी कि 7 लोक कल्याण मार्ग तक विरोध मार्च निकालने को लेकर नोटिस दिया है, बात अगर BSNL कर्मचारी संघ की करें तो वो अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहेंगे। आपको बता दें कि इन कर्मचारियों को अक्टूबर की सैलरी फिलहाल नहीं मिली है। वह भी तब, जब इस महीने में दो अहम त्यौहार (दशहरा और दीपावली) पड़े हैं।
22 हजार MTNL कर्मचारियों का पिछले दो महीने (अगस्त व सितंबर, 2019) से वेतन नहीं मिला है। वहीं, 1।58 लाख BSNL कर्मचारियों को पिछले माह सैलरी नहीं मिल पाई है। MTNL एग्जीक्यूटिव्स एसोसिएशन के महासचिव वीके तोमर ने बताया, ''हमने विरोध मार्च निकालने को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। बुधवार (16 अक्टूबर) शाम इंडिया गेट से पीएम आवास तक कैंडल मार्च निकाला जाएगा।''
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मुंबई में ये कर्मचारी मोमबत्तियां लेकर विरोध मार्च निकालेंगे
इसी दौरान मुंबई में ये कर्मचारी मोमबत्तियां लेकर विरोध मार्च निकालेंगे, जो कि आजाद मैदान से राज्यपाल निवास तक जाएगा। तोमर ने आगे कहा- जुलाई की सैलरी में 20 दिन की देरी की गई और वह हमें 20 अगस्त को मिली। MTNL कर्मियों को इसके बाद से कोई सैलरी नहीं मिली है।
BSNL व MTNL में सूत्रों ने बताया कि इन दोनों कंपनियों के लगभग 1।8 लाख कर्मचारियों के वेतन का भुगतान न होना बेहद चौकाने वाला है, क्योंकि हाल ही में सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता (DA) में पांच फीसदी की बढ़ोतरी की है। केंद्र के इस कदम से सरकारी खजाने पर तकरीबन 16 हजार करोड़ रुपए प्रति साल अतिरिक्त बोझ आएगा।
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खबरों की मानें तो सरकार पर MTNL कर्मियों की सैलरी के रूप में 180 करोड़ रुपए प्रति माह का बोझ है, जबकि BSNL के कर्मचारियों को दी जाने वाली सैलरी के हिस्से की रकम 1200 करोड़ रुपए के आस-पास है।