खाने की ये बहुत जरूरी चीज, आपकी थाली से हो सकती है गायब

देश में नमक का उत्पादन जून से अक्टूबर तक होता है। बरसात के मौसम में नमक का उत्पादन रूक जाता है। इसमे भी सबसे ज्यादा उत्पादन मार्च और अप्रैल के महीने में होता है लेकिन लाकडाउन के कारण मार्च का आधा महीना तथा अप्रैल के पूरे माह नमक का कोई उत्पादन नहीं हुआ है।

Update:2020-05-07 19:32 IST

मुंबई। कोरोना वायरस का प्रकोप मौजूदा समय में पूरी दुनिया के साथ ही भारत में भी बढ़ता जा रहा है। भारत में लाकडाउन का तीसरा चरण लागू है और पिछले करीब 45 दिन से लाकडाउन के कारण सभी उद्योग और कारखाने बंद है। इसका असर अब आपकी भोजन की थाली पर भी पड़ सकता है।

जी हां, अगर भविष्य में भी देश में लाकडाउन बढ़ाने की स्थिति आती है तो आपके भोजन का सबसे जरूरी मसाला नमक गायब हो सकता है।

कोरोना के कारण लागू लाकडाउन का असर देश में नमक उत्पादन पर भी पड़ा है। नमक उत्पादन से जुड़े लोगों का कहना है कि देश में नमक का भंडार लगातार कम हो रहा है। मजदूरों की कमी और परिवहन सुविधाएं न होने तथा आवाजाही पर लगी रोक के कारण नमक का उत्पादन रूका हुआ है। ऐसे में वह दिन भी आ सकता है कि आपको भोजन में नमक की मात्रा कम करनी पड़े या अपने पसंदीदा व्यंजन बिना नमक के खाने को मजबूर होना पड़े।

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इंडियन सॉल्ट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के मुताबिक देश का 95 प्रतिशत नमक गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में होता है। इन राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, उडीसा तथा पश्चिम बंगाल भी थोड़ा-बहुत नमक उत्पादन करते है। यह सभी राज्य मिल कर साल में करीब 250 लाख टन नमक का उत्पादन करते है।

इतना नमक हर साल खा जाते हैं देश के लोग

देश में खाने के लिए हर साल 95 लाख टन नमक की खपत होती है। जबकि पावर प्लांट, ऑयल रिफाइनरीज, सोलर पावर कंपनियों, केमिकल मैन्युफैक्चरर्स, टेक्सटाइल मेकर्स, दवा निर्मात कंपनियों और चमड़ा उद्योग जैसे उद्योगों में करीब 120 लाख टन नमक का इस्तेमाल होता है। देश व उद्योगों में की खपत के अलावा बचे हुए नमक का निर्यात किया जाता है।

देश में नमक का उत्पादन जून से अक्टूबर तक होता है। बरसात के मौसम में नमक का उत्पादन रूक जाता है। इसमे भी सबसे ज्यादा उत्पादन मार्च और अप्रैल के महीने में होता है लेकिन लाकडाउन के कारण मार्च का आधा महीना तथा अप्रैल के पूरे माह नमक का कोई उत्पादन नहीं हुआ है। अगर लाकडाउन नहीं बढ़ता है तो अब केवल डेढ़ महीना ही नमक उत्पादन के लिए बचा हुआ है। इस समय में नमक उत्पादन की कितनी भरपाई हो पाती है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।

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