तिनसुकिया हत्याकांड: असम बंद का दिखा व्यापक असर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

Update:2018-11-04 09:33 IST

नई दिल्ली: असम के तिनसुकिया जिले में पांच बंगालियों की हत्या के विरोध में बुलाये गये बंद का व्यापक असर देखने को मिला है। प्रदेश के अंदर जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। शहर और आस पास के इलाकों में लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर बुलाये गये बंद का समर्थन किया है।

असम के तिनसुकिया जिले में बृहस्पतिवार रात को संदिग्ध उल्फा उग्रवादियों ने हाथों पांच बंगालियों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद विभिन्न संगठनों की अपील पर शनिवार को 24 घंटे के लिए असम बंद का आह्वान किया गया था। गुवाहाटी में तो शनिवार को बंद का खास असर नहीं नजर आया। लेकिन बराक घाटी के बांग्लाभाषी बहुल इलाकों में इसका काफी असर रहा।

तिनसुकिया व डिब्रूगढ़ जिलों को बंद के दायरे से बाहर रखा गया था। इन दोनों जिलों में शुक्रवार को ही 12 घंटे का बंद रखा गया था। कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की पटरियों और हाइवे पर धरना देकर ट्रेनों व वाहनों की आवाजाही रोक दी। पुलिस ने विभिन्न इलाकों से कांग्रेस विधायक के.डी.पुरकायस्थ समेत दो दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

इस बीच, इन हत्याओं के मामले में उल्फा के एक संदिग्ध लिंकमैन को अरेस्ट किया है। पुलिस के मुताबिक, उल्फा का परेश बरुआ गुट ही इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार है। हालांकि संगठन ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया है।

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