Defence Budget 2023: सीमाओं पर तल्खी के बीच रक्षा बजट में बढ़ोतरी, 5.94 करोड़ का आवंटन
Defence Budget 2023: सीमाओं पर बढ़ती तल्खी के मद्देनजर इस बार रक्षा क्षेत्र के बजट आवंटन में काफी बढ़ोतरी की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश करते हुए रक्षा मंत्रालय को 5.94 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
Defence Budget 2023: सीमाओं पर बढ़ती तल्खी के मद्देनजर इस बार रक्षा क्षेत्र के बजट आवंटन में काफी बढ़ोतरी की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश करते हुए रक्षा बजट में इजाफा करने का ऐलान किया। रक्षा मंत्रालय को 5.94 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। पिछले साल यह आंकड़ा 5.25 करोड़ रुपए था। रक्षा क्षेत्र के लिए बड़ी बजट राशि आमंत्रित किए जाने से साफ हो गया है कि सरकार की ओर से सीमाओं की सुरक्षा और सेना की मजबूती पर विशेष फोकस किया गया है।
भारत की ओर से पहले ही यह बात दोहराई जाती रही है कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही तीनों सेनाओं की ओर से भी फंड में बढ़ोतरी की मांग की जा रही थी। रक्षा बजट बढ़ाने से यह भी साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में सरकार की ओर से सेना को नए सैन्य उपकरणों से लैस करने की भी पूरी तैयारी है।
ये भी पढ़ें - Railway Budget 2023: रेलवे पर सरकार मेहरबान, मिलेंगे 2.4 लाख करोड़,2013 से नौ गुना बढ़ोतरी
रक्षा मंत्रालय को सबसे ज्यादा राशि आवंटित
यदि इस बार के बजट में विभिन्न मंत्रालयों को आवंटित की गई राशि को देखा जाए तो सबसे ज्यादा पैसा रक्षा मंत्रालय को दिया गया है। मोदी सरकार की ओर से रक्षा क्षेत्र को पहले ही काफी महत्व दिया जाता रहा है। हाल के दिनों में चीन के साथ सीमा पर बढ़ती तल्खी के मद्देनजर सरकार ने इस बार भी रक्षा क्षेत्र पर विशेष तौर पर फोकस किया है। इस बार के आम बजट में सबसे बड़ी राशि 5.94 करोड़ का आवंटन रक्षा क्षेत्र के लिए किया गया है।
पिछली बार के बजट में रक्षा मंत्रालय की बजट राशि 5.25 करोड़ रुपए थी। इस तरह सरकार ने रक्षा मंत्रालय के बजट में काफी बढ़ोतरी की है। रक्षा मंत्रालय के बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को 2.7 करोड़ और रेल मंत्रालय को 2.4 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। अन्य मंत्रालयों की राशि भी रक्षा मंत्रालय की अपेक्षा काफी कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे साफ हो गया है कि सीमाओं की सुरक्षा और सेना के आधुनिकीकरण पर मोदी सरकार का विशेष फोकस रहेगा।
बजट का आठ फीसदी हिस्सा रक्षा मंत्रालय को
मोदी सरकार की ओर से रक्षा बजट को कितना महत्व दिया गया है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि कुल बजट की 8 फ़ीसदी राशि रक्षा क्षेत्र को आवंटित की गई है। इसके साथ ही सरकार की ओर से रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है। रक्षा क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सरकार की ओर से ज्यादा से ज्यादा सैन्य उपकरण देश में ही बनाने की तैयारी है। तीनों सेनाओं की ओर से फंड बढ़ाने की मांग पर गौर करते हुए सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
ये भी पढ़ें - Budget 2023: किसानों को मोदी सरकार का बूस्टर डोज, मोटे अनाजों को मिलेगा बढ़ावा, कई और बड़े ऐलान
पहले से ही थी बजट बढ़ने की उम्मीद
रक्षा क्षेत्र पर सरकार का हमेशा से फोकस रहा है। पिछले महीनों के दौरान चीन और भारतीय सेना के बीच तनातनी की खबरें आती रही हैं। इसी कारण इस बार रक्षा बजट में बढ़ोतरी की उम्मीद पहले से ही जताई जा रही थी। आखिरकार सरकार ने रक्षा क्षेत्र की बजट राशि बढ़ाकर इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए बजट का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से देश में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यह बजट हमें कुछ वर्षों के भीतर 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और टॉप 3 अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को हासिल करने की ओर ले जाएगा।