Covid-19 Vaccine: क्या कोविड वैक्सीन की वजह से बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले? केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का जवाब

Mansukh Mandaviya On Heart Attack: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वैक्सीन की वजह से हार्ट अटैक की अवधारणा को सिरे से ख़ारिज किया। उन्होंने बताया कि, वैज्ञानिकों ने पूरी प्रक्रिया का पालन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार किया है।

Update:2023-06-20 17:51 IST
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया (Social Media)

Covid-19 Vaccine Heart Attack: देश में कोरोना महामारी का कहर भले थम गया हो, लेकिन हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। दिल का दौरा पड़ने से मरने वालों में सभी उम्र वर्ग के लोग हैं। इस बीच, आशंका जाहिर की जाने लगी थी कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) दिल के दौरे (Cardiac Arrest) की मुख्य वजह है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Dr. Mansukh Mandaviya) ने इन ख़बरों को सिरे से ख़ारिज किया।

कोविड-19 एंडेमिक यानी 'स्थानिक बीमारी' बनने के कगार पर है। देश के वैज्ञानिक इसके हर नए वेरिएंट पर कड़ी नजर रख रहे हैं। कोरोना के मद्देनजर केंद्र सरकार भी हाई अलर्ट जारी रखेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार (20 जून) को ये बात कही है। मंडाविया ने कोविड वैक्सीन के कारण हाल में कार्डियक अरेस्ट के मामलों में वृद्धि वाली खबरों को भी खारिज किया।

मंडाविया बोले- कर रहे अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को बताया कि, 'कोविड वैक्सीन से जुड़ी रिसर्च से लेकर इसे लगाए जाने तक की प्रक्रिया में सभी स्थापित अंतरराष्ट्रीय मानकों (Standardization of Vaccines for Coronavirus) का पालन किया गया है। उन्होंने कहा, विभिन्न भौतिक और सामान्य प्रक्रियाओं की वजह से पहले वैक्सीन को बनाने और अप्रूवल में अधिक समय लगता था। लेकिन, अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सहित नई तकनीकों इस्तेमाल किया है। इसलिए पूरी प्रक्रिया को तेजी से अंजाम दिया जा सका।'

कोरोना वैक्सीन से हार्ट अटैक के दावे कितने सही?
भारत में हाल के महीनों में कई सेलिब्रिटीज या आम लोगों की मौत की वजह हार्ट अटैक। इस बीच मीडिया में छपी ख़बरों में ये दावा किया जा रहा था कि कोरोना वैक्सीन के लिए जो अप्रूवल दिया गया वो लंबे समय तक के दुष्प्रभावों को ध्यान में रखे बिना जल्दबाजी में किया गया था। हाल में हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि, इसी कारण हुई है। स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि, 'मैं आपको बता दूं कि पीएम मोदी ने कोविड प्रबंधन (Covid Management) से लेकर वैक्सीन रिसर्च और टीकाकरण अभियान के लिए अप्रूवल तक शुरुआत से ही सभी प्रक्रियाओं के लिए वैज्ञानिक तरीकों का पालन किया।'
'हमने वैज्ञानिक तरीकों का पालन किया'
मनसुख मांडविया बताया कि, 'कोरोना महामारी से लड़ने में हमने वैज्ञानिक तरीकों का पालन किया। डेटा विश्लेषण (Data Analysis) अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया गया है। भारत ने उन्हीं अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया, जिनका पालन वैश्विक कंपनियां करती रही हैं।' यहां आपको जानना जरूरी है कि, केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री के रूप में मनसुख मांडविया के पास फार्मास्युटिकल विभाग (Pharmaceutical Department) का प्रभार भी है। लंबे समय से वो ही इसे भी संभाला रहे हैं।

ICMR कर रही स्टडी, दो हफ़्तों में आएगी रिपोर्ट
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) के कारण होने वाली मौतों में अचानक बढ़ोतरी और कोविड-19 वैक्सीन के बीच संभावित लिंक को लेकर स्टडी की है। इसकी रिपोर्ट अगले दो हफ्तों में सामने आ सकती है। एक अन्य समाचार संस्था Moneycontrol ने ICMR के महानिदेशक राजीव बहल का हवाला देते हुए ये जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया कि, 'हार्ट अटैक और कोविड वैक्सीन में लिंक का पता लगाने के लिए रिसर्चर्स ने चार अलग-अलग अध्ययन किए हैं।'

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