अमेरिका ने ड्रोन हमले में आईएस के आतंकी को मार गिराया, इंडिया से था ताल्लुक

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की कमर तोड़ने के लिए अमेरिका पूरी तरह से कमर कस चुका है। वह ड्रोन हमलों से आतंकी ठिकानों को लगातार निशाना बना रहा है।

Update:2019-08-01 15:01 IST

नई दिल्ली: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की कमर तोड़ने के लिए अमेरिका पूरी तरह से कमर कस चुका है। वह ड्रोन हमलों से आतंकी ठिकानों को लगातार निशाना बना रहा है।

उसने हाल ही में इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक आतंकी को ड्रोन हमले में मार गिराया है। मारे गये आतंकी कि पहचान मुहम्मद मुहसिन के तौर पर हुई है और वह भारत के केरल के मल्लपुरम जिले के इडाप्पल का रहने वाला था।

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुहम्मद मुहसिन अक्टूबर 2017 में आईएसआईएस में भर्ती के लिए चला गया था। वह अफगानिस्तान में था, जहां 18 जुलाई को हुए ड्रोन हमलों में उसकी मौत हो गई। उसके साथ इस्लामिक स्टेट के एक अन्य कमांडर हुजैफा-अल-बकिस्तानी के मारे जाने की भी खबर है।

केरल पुलिस और खुफिया अधिकारियों के अनुसार मुहासिन की मौत के बारे में परिवार को 23 जुलाई को अफगानिस्तान के नंबर से सूचना दे दी गई है।

उसकी मौत ने एक बार फिर से आईएस का केरल के युवकों को बरगलाकर संगठन में भर्ती करने की तरफ ध्यान खींचा है। ज्यादातर भर्ती किए गए युवक पश्चिमी एशिया खासतौर से सऊदी अरब, यूएई, कतर और ओमान से संबंध रखते हैं।

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98 भारतीय बन चुके हैं आतंकी संगठन का हिस्सा

गृह मंत्रालय का डाटा संकेत करता है कि 15 जून तक लगभग 98 लोगों जिसमें 40 पुरुष, 21 महिला और 37 बच्चे शामिल हैं वह अफगानिस्तान में आईएस का हिस्सा बन चुके हैं।

जिसमें से 59 अब भी आईएस के संरक्षण में हैं। इसमें बड़ी संख्या में वो बच्चे शामिल हैं जिनका परिवार दक्षिण एशिया रूट के जरिए अफगानिस्तान आया था।

इनका परिवार पूर्वी अफगानिस्तान प्रांत में रहता है। यह लोग खैबर और बोलन रास्तों के जरिए अफगानिस्तान में प्रवेश करते हैं।

वहीं केरल के कन्नूर जिले से लगभग 39 लोग आईएस की खोरासन इकाई में शामिल हुए हैं। जिसमें से 15 की लड़ाई के दौरान मौत हो गई है। कासरगोड, कोझीकोड, मल्लपुरम, पलक्कड, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिले भी कन्नूर की तरह आईएस को लड़ाके मुहैया करवाते हैं।

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