महातबाही से कांपा उत्तराखंड: फटा ग्लेशियर बहे कई मजदूर, तबाह हुआ पॉवर प्रोजेक्ट

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूट गया है। ग्लेशियर के टूटने की वजह से पानी भरभराकर उफान पर आ गया। इससे बड़ी मात्रा में पानी बहकर नीचे की तरफ आ रहा है। ऐसे में बड़े बहाव की वजह से तबाही की आशंका जताई जा रही है।

Update: 2021-02-07 07:04 GMT
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूट गया है। ग्लेशियर के टूटने की वजह से पानी भरभराकर उफान पर आ गया। इससे बड़ी मात्रा में पानी बहकर नीचे की तरफ आ रहा है। ऐसे में बड़े बहाव की वजह से तबाही की आशंका जताई जा रही है।

देहरादून। रविवार को उत्तराखंड में भयानक प्राकृतिक आपदा टूट पड़ी है। यहां चमोली जिले में ग्लेशियर टूट गया है। ग्लेशियर के टूटने की वजह से पानी भरभराकर उफान पर आ गया। इससे बड़ी मात्रा में पानी बहकर नीचे की तरफ आ रहा है। ऐसे में बड़े बहाव की वजह से तबाही की आशंका की जा रही है। चमोली से लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर नीचे श्रीनगर तक अलर्ट घोषित किया गया है। बताया जा रहा है कि सुबह 9:00 बजे के आसपास ग्लेशियर फटा है। जिसके चलते ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को बेहद नुकसान पहुंचा है और साथ ही कई घरों के भी तबाह होने की सूचना मिल रही है।

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बड़ी तबाही की आशंका

चमोली के रैणी गांव में धौलीगंगा के निकट एक बड़ा ग्लेशियर टूटने की सूचना मिल रही है। यहां पर कई बिजली प्रोजेक्ट हैं। अलकनंदा में ग्लेशियर टूटने के बाद से तेजी के साथ पानी पहुंच रहा है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है यह कुछ उसी तरह की तबाही का संकेत है, जैसे केदारनाथ में 2013 में आई थी।

फोटो-सोशल मीडिया

धौली गंगा में पानी भरने की वजह से अलकनंदा में पानी का प्रवाह बढ़ गया है, और इससे आसपास के गांव को खतरा उत्पन्न हो गया है।रुद्रप्रयाग से होते हुए श्रीकोट और श्रीनगर तक बड़ी तबाही की आशंका की जा रही है।

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जबकि श्रीनगर में पहले से ही एक हाइड्रो प्रोजेक्ट है। श्रीनगर बांध पर हर वक्त बड़ी मात्रा में पानी मौजूद रहता है ऐसे में बड़ा खतरा श्रीनगर के लिए उत्पन्न हुआ है। पीछे से ग्लेशियर का पानी आने के बाद श्रीनगर बांध को खोलना पड़ेगा और ऐसे में श्रीनगर से लेकर देवप्रयाग और ऋषिकेश तक पानी तबाही ला सकता है।

हाई अलर्ट घोषित

ऐसे में इस बड़ी घटना को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित किया गया है जौली ग्रांट हवाई अड्डे से एनडीआरएफ की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया है। चमोली से लेकर श्रीनगर तक हाई अलर्ट घोषित है और सभी अधिकारियों को कहा गया है कि वह नदी के किनारे स्थित गांव में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दें।

जानकारी मिली है कि धौलीगंगा पावर प्रोजेक्ट के करीब एक दर्जन मजदूर गायब बताए जा रहे हैं। आशंका है कि यह पानी के तेज बहाव में बह गए है। स्थानीय लोगों से कहा गया है कि नदी के किनारों से दूर चले जाएं। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का बयान अफवाहों पर ध्यान ना दें सरकार काम कर रही है।

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रिपोर्ट-अखिलेश तिवारी

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