जानिए उस महिला के बारे में सबकुछ, जिसे सुषमा ने बताया था 'भारत की बेटी'

उज्मा जब 27 साल की थी उनका अपहरण करके, नशे की गोलियां खिलाकर और बंदूक की नोंक पर पाकिस्तान के बुनेर गांव में ताहिर अली से जबरन निकाह करवा दिया गया था।

Update: 2019-04-12 04:56 GMT

नई दिल्ली : 'यह छोटा लेकिन हमारे लिए महत्वपूर्ण कदम है। हर दिन अपनी अतीत की चोटों के साथ बिताने की वजह से मेरी जिंदगी तकलीफदेह हो गई थी। मुझे अपनी बेटियों के लिए आगे बढ़ना ही था। अब मैं वापस मुड़कर नहीं देखूंगी।' ये बात कही है उज्मा अहमद ने, जिसे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत की बेटी बताया था। उज्मा जब 27 साल की थी उनका अपहरण करके, नशे की गोलियां खिलाकर और बंदूक की नोंक पर पाकिस्तान के बुनेर गांव में ताहिर अली से जबरन निकाह करवा दिया गया था।

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उज्मा किसी तरह पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग पहुंचने में सफल रहीं और उन्हें वर्ष 2017 में भारत वापस लाया गया। उन्हें दो साल लग गए सदमे से बाहर निकलने में। अब उन्होंने अपने दर्द को पीछे छोड़ते हुए दिल्ली के सीलमपुर में अपनी छोटी बेटी फलक के नाम पर पार्लर खोला है। स्टाफ में दो महिलाएं हैं जो खुद शारीरिक हिंसा का शिकार रही हैं।

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क्या हुआ था उज्मा के साथ

उज्मा को मलेशिया में पाकिस्तान के ताहिर अली से प्यार हुआ और वह उसके साथ उसके गांव बुनेर चली गईं। उन्होंने बताया था कि यदि मैं वहां कुछ दिन और रहती तो मुझे मार दिया जाता या बेच दिया जाता। मुझे धोखे से निकाह के बाद बुनेर ले जाया गया। वहां कई लड़कियां हैं, जो पता नहीं कहां कहां से लाई गई हैं।

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