उपराष्ट्रपति चुनाव: RSS ऊंची जाति के उम्मीदवार के पक्ष में, क्योंकि पहले ही खेल चुके हैं दलित कार्ड
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से दक्षिण भारत के 'ऊंची जाति' के उम्मीदवार को खड़ा करने के पक्ष में है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, माना जा रहा है कि आरएसएस ने यह सुझाव इसलिए दिया है, क्योंकि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राजग ने दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। कोविंद उत्तर भारत से हैं।
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सी.विद्यासागर राव हो सकते हैं उम्मीदवार
बीजेपी के सूत्रों की मानें तो आरएसएस की पसंद महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.विद्यासागर राव हैं। राव इस पद के लिए दौड़ में सबसे आगे निकल सकते हैं, क्योंकि उनके पास सार्वजनिक जीवन का बड़ा अनुभव है। तेलंगाना से बीजेपी के वरिष्ठ नेता सी.विद्यासागर राव अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री रह चुके हैं।
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शाह आरएसएस नेताओं से मिले
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दो वरिष्ठ नेताओं भैय्याजी जोशी व कृष्ण गोपाल से मुलाकात की। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 5 अगस्त को होना है।
एक-दो दिन में हो सकती है घोषणा
सूत्रों के अनुसार, तीनों नेताओं ने दिल्ली में आरएसएस के मुख्यालय केशव कुंज में मुलाकात की। इनके बीच राजग के उम्मीदवार को लेकर डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक चर्चा चली। सूत्रों के अनुसार बीजेपी के उम्मीदवार के नाम की घोषणा से पहले एक या दो दिन में संसदीय बोर्ड की बैठक में होने की उम्मीद है।
एक साथ थे शाह-भागवत
इससे पहले, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत किताब 'नरेंद्र दामोदरदास मोदी : द मेकिंग ऑफ ए लीजेंड' के विमोचन के मौके पर एक साथ थे। इस किताब को सुलभ इंटरनेशनल के प्रमुख बिंदेश्वर पाठक ने लिखा है। उम्मीद है इस दौरान भी दोनों लोगों में इस मुद्दे पर बात हुई होगी।
आईएएनएस