विशाखापट्टनम खौफनाक कांड: नींद में हजारों लोग, ऐसे मौत बन कर आई सुबह
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में गैस लीकेज होने से बड़ी संख्या में लोग बुरे तरह प्रभावित हुए हैं। ये गैस लीकेज तब हुआ, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे, और लीकेज से फिर अस्त-व्यस्त अवस्था में बेहोश हो गए।
नई दिल्ली। विशाखापट्टनम में हुई भयावह घटना से पूरा देश सदमें में है। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में गैस लीकेज होने से बड़ी संख्या में लोग बुरे तरह प्रभावित हुए हैं। हादसे में मौके पर ही 8 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 300 से ज्यादा लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं। ये गैस लीकेज तब हुआ, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे, और लीकेज से फिर अस्त-व्यस्त अवस्था में बेहोश हो गए।
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टैंकों के अंदर गर्मी भर गई, जिससे लीकेज
इसके साथ ही 5000 से ज्यादा लोगों गंभीर रूप से बीमार हो गए है। विशाखापट्टनम के वैस्टर्न जोन के एसीपी ने कहा कि गैस 5,000 टन के 2 टैंकों से लीक हुई है। देशभर में लॉकडाउन के चलते ये फैक्ट्री मार्च से बंद थी। इसके चलते केमिकल रिएक्शन हुआ और टैंकों के अंदर गर्मी भर गई, जिसकी वजह से लीकेज हुआ।
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मामले में एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्यनारायण प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में 27 व्यक्ति शामिल हैं, जो औद्योगिक रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ है। 80 से 90 प्रतिशत लोग बचा लिये गये हैं।
पीड़ितों पर ये हुआ प्रभावित़
सीनियर अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की।
वहीं जिला कलेक्टर वी विनय चंद ने बताया कि गैस रिसाव के कारण 8 लोगों की जान गई है जबकि कुछ की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि करीब 70 लोगों को इलाज के लिए किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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