घरों में मातम मनाने के लिए नहीं बचे लोग: पानी में बह गई सैकड़ों गाड़ियां, तैर रही लाशें
बारिश ने इस बार कई राज्यों में अपना पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है। लोगों का कहना है कि अक्टूबर के महीने में ऐसी बारिश पहले कभी भी नहीं देखी। सड़कें पूरी तरह से पानी के अंदर डूब चुकी हैं। घरों के अंदर पानी घुस चुका है। जान बचाने के लिए लोग छतों के ऊपर जाकर बैठ गये हैं। कई दिनों से उन्होंने कुछ भी खाया-पीया नहीं है।
नई दिल्ली: लगातार हो रही बारिश के कारण कई राज्यों में भारी जनहानि हुई है। तेलंगाना में भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। कई स्थानों पर बिजली और पानी की सेवा बाधित हुई है।
लोगों का भूख और प्यास के कारण बुरा हाल है। कई दिनों से लोग जान बचाने के लिए छत के उपर ही छिपे हुए हैं। उनके घरों के अंदर पानी घुस चुका है। इसलिए अब वे खाने पीने के लिए नीचे भी नहीं आ सकते।
कई राज्यों में सैकड़ों गाड़ियां पानी में बह गई है। हजारों मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं। सड़कों के पानी में पूरी तरह से डूब जाने की वजह से आवागमन भी ठप हो गया है। रेल और हवाई सेवा पर भी इसका असर पड़ा है।
कई स्थानों पर लोग पानी में बह गये हैं। कुछ ऐसे घर भी हैं जिनके यहां पर अब मातम मनाने वाला भी दूसरा कोई नहीं बचा है।
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तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में 50 लोगों की मौत
एनडीआरएफ की टीम लोगों तक मदद पहुंचाने के काम में जुटी हुई है। लगातार हो रही बारिश के कारण चारों तरफ तबाही मची हुई है। तेलंगाना के अलग इलाकों में करीब 50 लोगों की मौत हो गई है। सबसे खराब हालात रामनाथपुरा में हैं। यहां शहर की सड़कें पानी में डूबी हैं और सड़क पर समंदर का नजारा है।
वहीं हैदराबाद के कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गये हैं और इन इलाकों में लोग अभी भी फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए बोट की मदद ली जा रही है।
हैदराबाद के उस्मान नगर में पूर्व सांसद विश्वेश्वर रेड्डी से जब लोगों का दर्द देखा नहीं गया तो वे खुद नाव लेकर लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए निकल पड़े। उनके इलाके में लगभग 500 घर पानी में डूबे हैं।
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5 हजार करोड़ का नुकसान का अनुमान
उधर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद में बाढ़ प्रभावित इलाकों का मुआयना किया और पीड़ितों से उनका दुख दर्द जाना।
तेलंगाना के सीएम ने सूबे में बाढ़ के हालात को लेकर उच्च स्तरीय बैठक भी की। तेलंगाना सरकार का अनुमान है कि बाढ़ से राज्य को करीब 5 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। तेलंगाना सरकार ने केंद्र से मदद की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आंध्र प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से इतना अधिक पानी आ गया कि नागार्जुन सागर बांध के 18 गेटों को खोलना पड़ गया। गेट खोलने के बाद बाढ़ का पानी आसपास के इलाकों में घुस गया जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
महाराष्ट्र में भी भारी बारिश का अलर्ट, बुलाई गई एनडीआरएफ की टीम
इसी तरह पश्चिमी महाराष्ट्र के तीन जिलों में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। सोलापुर संगली और पुणे में लगातार हो रही बारिश के बाद बाढ़ से अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। पिछले दो दिनों से पश्चिमी महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश हो रही है।
उधर बीते दो दिनों से मुंबई में भी मुसलाधार वर्षा हो रही है। लोगों का बुरा हाल है। आज मौसम विभाग की तरफ मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
जिसके बाद से महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को तैयार रहने निर्देश दिए हैं। साथ ही एनडीआरएफ की टीमों को ओसमानाबाद, सोलापुर, पंढरपुर और बारामती में रवाना किया गया है।
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