होली से पहले मौसमः आंधी-बारिश और बर्फबारी के आसार, इन राज्यों में अलर्ट

भूमध्यरेखा-क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली वह बाह्य- उष्ण कटिबंधीय आंधी है जो भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भागों में अकस्मात बारिश ले आती है। यह बारिश मानसून की बरसात से अलग होती है।

Update: 2021-03-22 03:58 GMT
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में लगभग एक इंच बर्फ दर्ज की गई। जबकि उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग के स्की-रिसॉर्ट में रात के दौरान चार इंच ताजा बर्फबारी रिकार्ड की गई।

लखनऊ: पूरे देश का मौसम इन दिनों बदल रहा है। कभी तापमान चढ़ रहा है तो कभी उतर रहा है। इन दिनों पश्चिमी विक्षोभ का असर राजस्थान समेत कई राज्यों में दिख रहा है। दिल्ली में एक बार फिर गरज के साथ बारिश की संभावना बन रही है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण मध्य भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत उत्तर-पश्चिम भारत में आज यानी 21 मार्च से बारिश शुरू होने की उम्मीद है।

हल्की से मध्यम बारिश होगी

जबकि उत्तरी राजस्थान के साथ-साथ दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में 22 मार्च को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक तक की गिरावट होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में रविवार को आंशिक बादलों के बावजूद अधिकतम तापमान 35 डिग्री पहुंच सकता है।जबकि न्यूनतम तापमान 16 डिग्री रहने की संभावना है।

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हल्की बारिश होने के आसार

22 मार्च को 24 मार्च तक बारिश होने की उम्मीद है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है, जबकि गुजरात के अहमदाबाद में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।

22 मार्च के बाद राजस्थान में दिन के तापमान में हल्की कमी देखने को मिल सकती है।22 मार्च से 24 मार्च के बीच राज्य में अधिकांश हिस्सों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं।

किसानों को अलर्ट जारी

 

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया कि इधर मौसम में लगातार बदलाव की संभावना को देखते हुए कुछ दिन विशेषकर गेहूं की फसल में सिंचाई रोक लें। हवा चलने की संभावना को देखते हुए सरसों की फसल जो पकने की अवस्था में है उसे कटाई कर ली है तो जल्द से जल्द निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर रखें या काटी फसल के बंडल अच्छी प्रकार से बांध लें ताकि हवा चलने से उड़ न सके। इसी प्रकार हल्की बारिश व हवा चलने की संभावना को देखते हुए अगले कुछ दिन फसलों में स्प्रे रोक ले। यदि आवश्यक हो तो मौसम खुलने पर ही स्प्रे करें।

पश्चिमी विक्षोभ

पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यरेखा-क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली वह बाह्य- उष्ण कटिबंधीय आंधी है जो भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भागों में अकस्मात बारिश ले आती है। यह बारिश मानसून की बरसात से अलग होती है।

 

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201 से 300 के बीच के एक्यूआई को खराब,

बता दें कि 201 से 300 के बीच के एक्यूआई को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 401 से 500 को गंभीर श्रेणी का माना जाता है, जबकि 500 से ज्यादा का एक्यूआई अत्यंत गंभीर श्रेणी में आता है। राजस्थान के मौसम में 21 और 22 मार्च को मौसम में बदलाव नजर आएगा। जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, चूरू, झुंझुनू, बीकानेर, सीकर,नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और अलवर में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है ।

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